Ram temple: अयोध्या : अयोध्या में राम मंदिर का इतिहास हजारों साल तक रहे, इसके लिए मंदिर के गर्भगृह की 200 फुट गहराई में टाइम कैप्सूल रखा जायेगा. इसमें मंदिर की पूरी डिटेल होगी. ताकि, भविष्य में राम जन्मभूमि और राम मंदिर का इतिहास देखा जा सके और कोई विवाद नहीं हो. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने यह जानकारी दी.
बिहार के रहनेवाले कामेश्वर चौपाल ने 9 नवंबर, 1989 को अयोध्या में राम मंदिर के लिए आधारशिला रखी थी. उसके बाद से मंदिर बनने का इंतजार कर रहे हैं. पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर की आधारशिला रखेंगे. इससे पहले तीन अगस्त से वैदिक अनुष्ठान शुरू हो जायेंगे. पांच अगस्त को प्रस्तावित भूमि पूजन समारोह का दूरदर्शन पर लाइव टेलीकास्ट होगा.
टाइम कैप्सूल एक कंटेनर की तरह होता है. यह हर तरह के मौसम का सामना कर सकता है. आमतौर पर भविष्य में लोगों के साथ कम्युनिकेशन करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है. इससे पुरातत्वविदों या इतिहासकारों को स्टडी में मदद मिलती है. 30 नवंबर 2017 को स्पेन के बर्गोस में करीब 400 साल पुराना टाइम कैप्सूल निकला था. यह ईसा मसीह की मूर्ति के रूप में था. मूर्ति के भीतर 1777 के आसपास की आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक जानकारियां थीं.
Posted By : Kaushal Kishor