बहराइच / लखनऊ : उत्तर प्रदेश के बहराइच जेल में बंद एक विचाराधीन कैदी में कोरोना वायरस से संक्रमण की पुष्टि होने के बाद 150 कैदियों वाली एक पूरी बैरक को सील कर दिया गया है. बहराइच जिला कारागार अधीक्षक एएन त्रिपाठी ने मंगलवार को बताया कि जेल में 10-10 लोगों की समय-समय पर कैदियों तथा जेल कर्मियों की आकस्मिक कोरोना जांच करायी जाती है. अभी तक कुल 60-70 लोगों की जांच हुई है, जिनमें सोमवार को पहला कैदी संक्रमित मिला.
दहेज हत्या का 26 वर्षीय आरोपी 2016 से जेल में बंद है. जेल अधीक्षक ने बताया कि जिस बैरक में वह युवक बंद था, वह बैरक शेष बैरकों से थोड़ी दूर है। हाल-फिलहाल वह कैदी ना तो कहीं गया था, ना ही उसमें संक्रमण के लक्षण नजर आ रहे थे. कैदियों की पेशी भी वीडियो कॉन्फ्रेंस से हो रही है. इसलिए कैदी को संक्रमण कैसे हुआ, इसका पता नहीं लग पा रहा है.
जेल अधीक्षक ने बताया कि संक्रमित कैदी को एल-1 श्रेणी के अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां उसकी दोबारा कोविड जांच होगी. त्रिपाठी ने बताया कि जिस बैरक में संक्रमित युवक रह रहा था, उसके सभी कैदियों को पृथक-वास में रख कर बैरक का इलाका सील कर आवागमन बंद कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि सभी 150 कैदियों और बैरक के नजदीकी संपर्क में आये जेल कर्मियों और अधिकारियों का पता लगाकर कर उनकी भी कोविड-19 जांच करायी जायेगी.
साथ ही बताया कि पूरे कारागार परिसर को संक्रमणमुक्त किया जा रहा है और नये कैदियों को भी 14 दिनों के लिए पृथक-वास में रखा जा रहा है. इस बीच, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर सुरेश सिंह ने बताया कि सोमवार शाम को लखनऊ से आयी कोविड-19 जांच रिपोर्ट में जरवल क्षेत्र के एक ही परिवार के तीन सदस्य, हुजूरपुर क्षेत्र और जिला कारागार से एक-एक व्यक्ति में संक्रमण की पुष्टि हुई है.
उन्होंने बताया कि जरवल के तीनों संक्रमित मरीज पूर्व में संक्रमित पाये गये एक व्यक्ति के परिजन हैं. सभी संक्रमितों को चित्तौड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्थित एल-1 श्रेणी के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सिंह ने बताया कि जिले में संक्रमितों की संख्या 141 हो गयी है. इनमें से 17 का अब भी इलाज चल रहा है. इससे पूर्व, शनिवार को जिले की नानपारा तहसील के एक अधिवक्ता में संक्रमण की पुष्टि के बाद तहसील परिसर को प्रभावित क्षेत्र घोषित कर सील किया गया था.
Posted By : Kaushal Kishor