यूपी बोर्ड की इस बार 22 फरवरी शुरू होकर 9 मार्च तक चलने वाली परीक्षा को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है. इस बार 55 लाख से अधिक स्टूडेंट्स 10वीं और 12वीं की परीक्षा के लिए रजिस्टर्ड हैं. पहली बार उत्तर पुस्तिकाओं के पहले पन्ने पर क्यूआर कोड, लोगो और कोडिंग की गई है. साथ ही सभी पेज की नंबरिंग के लिए 4 ऐसे रंगों का प्रयोग किए गए हैं, जिन्हें पिछली बार नहीं किया गया था. इसके अलावा परीक्षा केंद्र पर ड्यूटी करने वाले रूम इंस्पेक्टर को क्यूआर कोड बेस्ड कंप्यूटराइज्ड आईडी दी जा रही है. यूनिक सीरियल नंबर के साथ आईडी निरीक्षण के दौरान पहचान पत्र का काम करेगी. इस बीच यूपी पुलिस की एलआईयू और एसटीएफ जैसी टॉप एजेंसियों को भी अलर्ट किया गया है. कल यानी 8 फरवरी तक सभी जिलों में एक्सटर्नल केंद्र व्यवस्थापक और स्टेटिक मजिस्ट्रेट तैनात कर दिए जाएंगे. बोर्ड परीक्षा नकलविहीन संपन्न कराने को लेकर माध्यमिक शिक्षा परिषद से लेकर सुरक्षा एजेंसियों को भी अलर्ट किया गया है. इस बार परीक्षा केंद्रों पर नीट की तर्ज पर अभ्यर्थियों की जांच करने की तैयारी है. परीक्षा केंद्रों पर स्ट्रिक्ट विजिलेंसी के सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं. सीसीटीवी कैमरे और वॉइस रिकॉर्डिंग की मौजूदगी में परीक्षा होने के साथ यूपी पुलिस की एलआईयू यूनिट को भी निगरानी करने का जिम्मा सौंपा गया है. माध्यमिक शिक्षा निदेशक महेंद्र देव और माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव दिव्यकांत शुक्ल की मौजूदगी में हुई समीक्षा बैठक में सभी जनपदों में गुरुवार तक एक्सटर्नल केंद्र व्यवस्थापक, स्टेटिक मजिस्ट्रेट, सेक्टर मजिस्ट्रेट, जोनल मजिस्ट्रेट की नियुक्ति करने के निर्देश दिए गए हैं. डीएम के माध्यम से स्टेटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती होनी है. सभी क्षेत्रीय सचिवों को परीक्षा केंद्रों पर की जाने वाली सभी व्यवस्थाओं की राउंड द क्लॉक मॉनिटरिंग के साथ डेली और रेगुलर अपडेट देने की बात भी कही गई है.
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परीक्षा केंद्रों पर बने स्ट्रांग रूम की सुरक्षा के लिए सशस्त्र बल की व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही उत्तर पुस्तिका के कलेक्शन सेंटर पर भी सुरक्षा की व्यवस्था की जा रही है. संवेदनशील या अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्रों की निगरानी एलआईयू से कराई जा रही है. ये ऐसे केंद्र हैं जहां पहले नकल या अन्य तरह की अव्यवस्था का कोई ट्रैक रिकॉर्ड रहा है. इसके अलावा सभी पुलिस क्षेत्राधिकारी और थानाध्यक्ष को पेट्रोलिंग बढ़ाने के भी निर्देश दिए गए हैं. परीक्षा में बाधा पहुंचाने वाले तत्वों के खिलाफ कॉग्निजेबल ऑफेंस यानी संज्ञेय अपराध के तहत कार्रवाई और अनुचित मुद्रण या प्रकाशन या अफवाह फैलाने पर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. बोर्ड परीक्षाओं के दौरान जिला प्रशासन को मुस्तैद रहने को निर्देश दिए गए हैं. सेक्टर मजिस्ट्रेट, स्टेटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती के साथ ही उन्हें बाद में न बदले जाने के निर्देश दिए गए हैं. परीक्षा केंद्रों के आसपास धारा-144 लागू करने पर भी सहमति बनी है. परीक्षा केंद्र के नजदीक फोटो कॉपियर दुकानों पर भी रोक लगाई जाएगी.
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बता दें कि बोर्ड परीक्षाओं को लेकर अन्य सरकारी विभागों से भी समन्वय किया गया है. परिवहन विभाग से बसों के नियमित संचालन करने के साथ ही स्टॉफ को स्टूडेंट्स के साथ सहयोग करने के निर्देश दिए गए हैं. ऊर्जा विभाग से भी अपील की गई है कि परीक्षा के समय बिजली न काटी जाए. बेसिक शिक्षा विभाग से कक्ष निरीक्षक की ड्यूटी के लिए शिक्षकों को कार्यमुक्त करने में सहयोग के लिए कहा गया है, जबकि पर्यवेक्षण के लिए अधिकारी उपलब्ध कराने का भी आग्रह किया गया है. वहीं स्वास्थ्य विभाग से परीक्षा केंद्रों में प्राथमिक उपचार की व्यवस्था करने के लिए और पंचायतीराज-नगर विकास विभाग से परीक्षा केंद्र के चारों तरफ साफ-सफाई और सैनिटाइजेशन के लिए अनुरोध किया गया है.
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