लखनऊ. योगी सरकार ने खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए बजट में पिटारा खोल दिया है. इसी वर्ष होने वाले खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के लिए 30 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दी है. यही नहीं बजट में प्रदेश के अंदर खेलों के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए भी धनवर्षा की है. इसके अलावा विभिन्न खेलों में विजयी होने वाले खिलाड़ियों की पुरस्कार राशि को भी मंजूरी दी गई है. इसके लिए बजट में 15 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है.
2023-2024 में खेलो इंडिया नेशनल यूनिवर्सिटी गेम्स की मेजबानी करेगी. ये गेम्स लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी और नोएडा में आयोजित किए जाएंगे. इसके लिए बजट में 30 करोड़ रुपये का प्रताव रखा गया है. उत्तर प्रदेश पहली बार इन खेलों की मेजबानी कर रहा है. इसमें बास्केटबॉल, जूडो, कबड्डी, रोइंग, कुश्ती, बॉक्सिंग सहित 20 खेल शामिल किए गए हैं. प्रतियोगिताओं में पूरे देश से करीब 150 विश्वविद्यालयों के लगभग 4500 खिलाड़ी प्रतिभाग लेंगे.
योगी सरकार ने इस बजट में खेलों के इंस्फ्रास्ट्रक्चर को सुधारने के लिए भी व्यवस्था की है. प्रदेश में निजी सहभागिता से खेल अवस्थापनाओं के निर्माण के लिए 50 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित है. इससे विभिन्न खेलों के इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास हो सकेगा और युवा खिलाड़ियों को खेल के मैदान समेत तमाम तरह की सुविधाओं का लाभ मिलेगा.
राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कृत करने के लिए बजट में पुरस्कार योजना शामिल की है. इसके तहत 15 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित की गई है . प्रदेश में पहली बार खेल उपकरण समर्थन, विदेशी प्रदर्शन यात्रायें विदेशी प्रशिक्षण शिविर, फिजियोलाजिस्ट, मनोवैज्ञानिक और विदेशी कोचों जैसे विशेष कर्मचारियों की नियुक्ति तथा होनहार खिलाड़ियों की सहायता के लिए उत्तर प्रदेश खेल विकास कोष की स्थापना की गई है. इसके अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2023-24 क बजट में 25 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गयी है. वहीं एकलव्य कीड़ा कोष के लिए 25 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है.