UP By-Election 2024: अलीगढ़ जिले की खैर विधानसभा सीट का जातीय समीकरण बेहद दिलचस्प है. यह एससी वर्ग के लिए सुरक्षित सीट है. इसके अलावा ब्राह्मणों का भी दबदबा है. खैर विधानसभा क्षेत्र में ब्राह्मणों के 22 गांव एकसाथ हैं, जिसे ब्राह्मणों की बाइसी कहा जाता है. इन 22 गांवों में करीब 40 हजार वोटर हैं. उपचुनाव में सभी दलों की नजर बाइसी पर है. पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा के अनूप प्रधान वाल्मीकि ने इस सीट को बहुत बड़े अंतर से जीता था. अनूप जब 2024 में हाथरस लोकसभा सीट से सांसद बने तो यह विधानसभा सीट खाली हो गई. भाजपा ने पूर्व सांसद राजवीर के बेटे सुरेन्द्र दिलेर को टिकट दिया है और सपा ने चारू कैन को मैदान में उतारा है. वहीं बसपा ने डॉ. पहल सिंह को टिकट दिया है. सपा की चारू कैन एससी समाज से है, लेकिन इनकी शादी जिले के एक जाट परिवार में हुई है. मतदाताओं को यह जातीय समीकरण कितना प्रभावित करेगा, ये देखना दिलचस्प होगा.
खैर विधानसभा सीट पर जाट वोटर सबसे अधिक
खैर विधानसभा उपचुनाव में कुल पांच प्रत्याशी मैदान में हैं. इस विधानसभा सीट पर जाट वोटर सबसे अधिक है. वहीं दूसरे नंबर पर एससी वोटर है. इसलिए इस सीट पर BJP अपनी जीत पक्की बता रही है. हालांकि बीजेपी-आरएलडी गठबंधन और जाट बाहुल्य क्षेत्र होने पर बीजेपी की स्थिति मजबूत लग रही है. वहीं सपा का पीडीए दांव सफल होने और जाट मतदाताओं में बिखराव होने पर बीजेपी और एसपी के बीच मुकाबले की स्थिति बन सकती है. क्योंकि यहां की जनता स्थानीय विकास के मुद्दों पर मतदान करने की बात कह रही है. बतादें कि 20 नवंबर दिन बुधवार को होने वाले मतदान को लेकर स्कूल और कॉलेजों की छुट्टी कर दी गयी है. खैर विधानसभा उपचुनाव में कुल 4.02 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे.
यहां जानें वोटरों का जातीय समीकरण
जाट- 1,15,000
एससी- 82,000
ब्राह्मण- 75,000
पिछड़ी जातियां- 65,000
वैश्य- 15,000
ठाकुर- 14,000
बघेल- 10,000
यादव- 1,000