लखनऊ/अलीगढ़ : उत्तर प्रदेश में सोमवार को उत्तर प्रदेश के आतंकवादी निरोधक दस्ता (UP ATS) ने प्रदेश भर में पहचान छिपाकर रह रहे रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ धरपकड़ अभियान चलाया. सबसे बड़ी कार्रवाई मथुरा में हुई. मुख्यमंत्री के दौरे से पहले चले इस अभियान में तीन जगहों से करीब 31 रोहिंग्या मुसलमान गिरफ्तार किए गए हैं. प्रदेश भर में 74 गिरफ्तारी की सूचना है. छह जिलों में कार्रवाई जारी रहने से इस संख्या में बढोत्तरी हो सकती है.उत्तर प्रदेश एटीएस ने प्रेस रिलीज कर यह जानकारी दी है. उत्तर प्रदेश शासन और पुलिस महानिदेशक के निर्देश पर एटीएस उत्तर प्रदेश ने पूरे उत्तर प्रदेश में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्याओं के विरूद्ध अभियान चलाया है.
यूपी एटीएस ने कहा कि टीम को सूचना प्राप्त हो रही थी कि अवैध रूप से सीमा पार करके उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में रोहिंग्या आवासित हो रहे हैं. उक्त सूचना को जिला पुलिस और एटीएस की फील्ड यूनिटों द्वारा सत्यापित कराया गया, जिसके क्रम में 24 जुलाई को एटीएस द्वारा जनपदीय पुलिस के सहयोग से उत्तर प्रदेश में अवैध रूप से आवासित रोहिंग्याओं के विरूद्ध अभियान चलाकर अवैध रूप से आवासित कुल 74 रोहिंग्या गिरफ्तार किए गए.गिरफ्तार किये गये कुल 74 रोहिंग्याओं के विरूद्ध उपरोक्त जनपदों के सम्बन्धित थानों में सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कराकर, विधिक कार्यवाही की जा रही है.
सहारनपुर से दो पुरुष, मेरठ से दो पुरुष, एक पुरुष बाल अपचारी और एक महिला अपचारी, हापुड़ से 12 पुरुष, एक महिला, 2 पुरुष बाल अपचारी, एक महिला बाल अपचारी, गाजियाबाद से 3 पुरुष, एक महिला, अलीगढ़ से 7 पुरुष, 10 महिला, मथुरा से 29 पुरुष और दो महिला को गिरफ्तार किया है. सबसे अधिक रोहिंग्या मथुरा से गिरफ्तार किए हैं जिसमें 31 रोहिंग्या गिरफ्तार हुए हैं. अल्हेपुर और कोटा गांव में झोपड़ी डालकर रह रहे रोहिंग्या को एटीएस की टीम ने गोपनीय तरीके से पकड़ा. आठ घंटे तक चली कार्रवाई आधी रात के बाद शुरू की गई थी.
अलीगढ़ में अवैध तरीके से रह रहे 17 रोहिंग्या मुसलमान गिरफ्तार किए गए हैं. इनके खिलाफ विदेशी अधिनियाम की धारा के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. एटीएस यूपी को सूचना मिली थी कि अवैध रूप से सीमा पार करके उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में रोहिंग्या निवास कर रहे हैं. इस सूचना पर जिला पुलिस और एटीएस की यूनिट द्वारा सत्यापन कराया गया. सोमवार को एटीएस द्वारा अलीगढ़ में पुलिस के सहयोग से अवैध रूप से आवास बनाकर रह रहे रोहिग्याओं के खिलाफ अभियान चलाया गया. अलीगढ़ में थाना कोतवाली के ऊपर कोट , मकदूम नगर इलाके से 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार किए गए 17 रोहिग्याओं के खिलाफ थाने में अभियोग पंजीकृत कर विधिक कार्रवाई की जा रही है.
अलीगढ़ से गिरफ्तार किए गए रोहिंग्या मुसलमान मीट फैक्ट्री में काम कर रहे थे. सोमवार को सुबह 5 बजे से रोहिंग्या की धड़पकड़ अभियान चलाया . इससे पहले भी अलीगढ़ से बांग्लादेशी और रोहिंग्या को पकड़ा गया है, एडीजी एटीएस नवीन अरोड़ा के नेतृत्व में यह बड़ी कार्रवाई की गई है. क्षेत्राधिकारी प्रथम अभय कुमार ने बताया कि एटीएस और अलीगढ़ पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन में थाना कोतवाली के मकदूम नगर क्षेत्र में अवैध रूप से प्रवास कर रहे 7 पुरुष और 10 महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है. पूछताछ में पता चला है कि मूलत यह म्यांमार के रहने वाले हैं. पूर्व में भी जिला पुलिस द्वारा रोहिग्याओं पर कार्रवाई के लिए अभियान चलाया गया है. गिरफ्तार लोगों के खिलाफ विदेशी अधिनियम की सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है.
बांग्लादेश से भारत मे घुसपैठ कर चुके रोहिंग्या मुसलमानों पर कार्रवाई के तहत मथुरा के थाना जैंत क्षेत्र में यूपी एटीएस की टीम के साथ मथुरा पुलिस और पीएसी की बटालियन ने सुबह तड़के ताबड़तोड़ कार्रवाई करने लगी.जांच में पाया गया कि यह मुसलमान सैकड़ों की संख्या में झुग्गियां बना कर लंबे समय से रह रहे हैं. व्यस्कों से अधिक संख्या में बच्चों की है. इन बच्चों को ट्रेंड करने के लिए मौलवी उर्दू आदि की तालीम भी दे रहा था. मथुरा के एसएसपी शैलेश पांडे और एसपी सिटी मार्तंड प्रकाश सिंह के नेतृत्व में आगरा-दिल्ली नेशनल हाईवे पर अलाहपुर गांव के पास बनी झुग्गी झोपड़ियों पर पहले छापा मारा. यहां तीन स्थानों पर कार्रवाई की. आधी रात को पहुंची टीम ने पहले तो सभी के कागज चेक किये और बाद में करीब 40 रोहिंग्या मुसलमानों को हिरासत में लिया. हालांकि आधिकारिक रूप से 31 की गिरफ्तारी की सूचना है.