Prayagraj: प्रदेश में पीसीएस-2023 के लिए आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो गई है. इस बार 173 पदों पर भर्ती के लिए लगभग 5.70 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है. हालांकि पिछले तीन वर्षों की तुलना में इस बार सबसे कम अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं. वहीं इस बार नए पैटर्न के आधार पर पहली बार परीक्षा आयोजित की जाएगी. पीसीएस की प्रारंभिक परीक्षा 14 मई और मुख्य परीक्षा 23 सितंबर को प्रस्तावित है.
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने इस बार पीसीएस-2023 के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया तीन मार्च से शुरू की थी. परीक्षा शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि 3 अप्रैल और ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 6 अप्रैल निर्धारित की गई थी. इसके बाद आयोग ने अभ्यर्थियों को आ रही समस्याओं के मद्देनजर अंतिम तिथि को बढ़ाया था.
इसमें परीक्षा शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि 6 अप्रैल और ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 10 अप्रैल तक बढ़ाई गई. अंतिम तिथि तक लगभग 5.70 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं. आवेदनों की अभी स्क्रूटनी की प्रक्रिया चल रही है. आयोग की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक कई अभ्यर्थियों ने एक से ज्यादा बार आवेदन किए हैं. ऐसे में आवेदनों की संख्या में मौजूदा आंकड़े से कमी हो सकती है.
पीसीएस-2023 को लेकर इस बार पदों की संख्या भी काफी कम है. इसलिए अभ्यर्थियों के लिए स्पर्धा ज्यादा देखने को मिलेगी. पदों की संख्या में इजाफा होने पर इसमें कुछ कमी आ सकती है. कहा जा रहा है कि पदों की संख्या बढ़ाई जा सकती है. नियमों के मुताबिक प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम घोषित होने तक आयोग को रिक्त पदों के जितने ब्यौरा मिलता है, उन्हें भर्ती में शामिल किया जाता है.
मुख्य परीक्षा के पाठ्यक्रम में बदलाव के कारण अभ्यर्थियों को इस बार अलग तरीके से तैयारी करनी होगी. उन्हें नए सिरे से परीक्षा में हुए बदलाव को समझना होगा. दरअसल पीसीएस-2023 से वैकल्पिक विषय हटा दिए गए हैं. इनकी जगह सामान्य अध्ययन के यूपी विशेष दो प्रश्नपत्र शामिल किए गए हैं. इस बार अभ्यर्थी पहली बार नए पैटर्न पर परीक्षा देंगे. इस वजह से उन्हें अपनी तैयारियों में भी प्रश्नपत्र के मद्देनजर बदलाव करना पड़ेगा. दरअसल यूपीपीसीएस परीक्षा का नया पैटर्न यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तर्ज पर तैयार किया गया है.संशोधित यूपीपीसीएस सिलेबस 2023 जारी कर दिया गया है
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प्रारंभिक परीक्षा- इसके लिए कुल अंक 400 हैं. यह एक वस्तुनिष्ठ प्रकार की परीक्षा है, जिसमें दो पेपर – सामान्य अध्ययन-1 और सामान्य अध्ययन-2 (CSAT) होते हैं.
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मुख्य परीक्षा- इसमें एक लिखित परीक्षा और एक साक्षात्कार होता है. लिखित परीक्षा में नौ पेपर होते हैं, जिनमें से सात अनिवार्य होते हैं और दो वैकल्पिक होते हैं. मुख्य परीक्षा के लिए कुल अंक 1500 हैं.
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साक्षात्कार- परीक्षा का अंतिम चरण साक्षात्कार है. साक्षात्कार में 100 अंकों का होता है.
प्रारंभिक परीक्षा के लिए अर्हता प्राप्त करने वाले उम्मीदवार मुख्य परीक्षा के लिए उपस्थित होने के पात्र होते हैं. मुख्य परीक्षा के लिए अर्हता प्राप्त करने वाले उम्मीदवार साक्षात्कार के लिए बुलाए जाते हैं.
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नवीनतम यूपीपीसीएस मुख्य परीक्षा पैटर्न के अनुसार दो वैकल्पिक पेपर हटा दिए गए हैं.
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यूपीपीसीएस मुख्य परीक्षा के वैकल्पिक प्रश्न पत्रों को उत्तर प्रदेश के सामान्य ज्ञान के दो अनिवार्य प्रश्न पत्रों से बदल दिया गया है.
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मुख्य परीक्षा में अब आठ अनिवार्य पेपर हैं. इनमें हिंदी निबंध, जीएस I, जीएस II, जीएस III, जीएस IV, जीएस V और जीएस VI है.
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यूपीपीएससी पीसीएस मुख्य परीक्षा के पाठ्यक्रम को उम्मीदवारों की समग्र भाषा और अवधारणाओं की विषय विशिष्ट समाज और सामान्य जागरूकता का परीक्षण करने के लिए डिजाइन किया गया है.
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यूपीपीसीएस मुख्य परीक्षा के लिए कुल अंक 1500 हैं.
अहम बात है कि पीसीएस की पिछली तीन परीक्षाओं के मुकाबले इस बार आवेदन कम आए हैं. पीसीएस-2020 में 595696 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे. वहीं पीसीएस-2021 में 691173 और पीसीएस-2022 में 602974 अभ्यर्थी परीक्षा देने के लिए मैदान में थे, जबकि इस बार तकरीबन 5.70 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है. इस तरह बीते तीन वर्षों में सबसे कम अभ्यर्थी परीक्षा देंगे.