लखनऊ. उमेश पाल हत्याकांड को लेकर उत्तर प्रदेश की राजनीति गरमाती जा रही है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा आरोपी अतीक अहमद आदि का समाजवादी पार्टी कनेक्शन के जवाब में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि लोकसभा चुनाव में लाभ लेने के लिये भाजपा बड़ी साजिश कर रही है. यही कारण है कि सदन में मांगे जाने के बाद भी सरकार टॉप 10- टॉप 100 माफिया की सूची नहीं दे रही है.
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने सोमवार को भाजपा की नीयत पर सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी अतीक अहमद का नाम लिये बिना कहा कि यह समझने की बात है कि कौन- कौन मिला है. यूपी का लोकसभा चुनाव छोटा चुनाव नहीं है. यह देश का बड़ा चुनाव है. उत्तर प्रदेश प्रधानमंत्री देता है. इस कारण यह शाजिश बड़ी है. हमे तो यह पढ़ने को मिल रहा है कि भाजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ भी शामिल है.
भाजपा जिनका नाम ले रही है वह किस- किस दल में आये. किस- किस दल से आये, यह पता करने की जरूरत है. कौन किससे मिला हुआ है, आने वाले लोकसभा चुनाव में कौन तालमेल बन रहा है यह भी समझने की बात है. अखिलेश यादव ने भाजपा का अतीक अहमद से संबंध जोड़ते हुए सवाल दागा कि जब उत्तर प्रदेश का उपचुनाव था, उस समय बनारस में जिसका नाम लिया जा रहा है उसके भाई को पुलिस ने कहां बैठाया था ? यूपी की जनता सब जानती है.