Lucknow : योगी सरकार के पहले मंत्रिमंडल का विस्तार अगस्त के पहले सप्ताह तक हो सकता है. जिसमें सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर और सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान को कैबिनेट मंत्री बनाया जाएगा. वहीं योगी सरकार 1.0 में मंत्री रहे कुछ पूर्व मंत्री और विधायक भी मंत्री पद के लिए लखनऊ से दिल्ली तक दौड़ लगा रहे हैं.
सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर को पंचायती राज का मंत्री बनाया जाएगा. वहीं, दारा सिंह चौहान के विधायकी से इस्तीफा देने से घोसी विधानसभा सीट खाली हो चुकी है. इस सीट से दारा सिंह चौहान को एक बार फिर भाजपा के सिंबल पर उपचुनाव लड़ेंगे. सुभासपा के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल होने के बाद गठबंधन की शर्त के तहत ओमप्रकाश राजभर को कैबिनेट मंत्री बनाया जाना है.
वहीं दारा सिंह चौहान को भी दुबारा मंत्रिमंडल में जगह मिलनी है. पार्टी ने मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कवायद शुरू कर दी है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने भी बुधवार को ओमप्रकाश राजभर से उनके आवास पर मुलाकात की थी.
राजभर से मुलाकात के बाद चौधरी गुरुवार को दिल्ली पहुंच गए. आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जातीय समीकरण के लिहाज से राजभर और दारा सिंह के अतिरिक्त भी दो-तीन मंत्री और बनाए जा सकते हैं. पूर्व जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह भी मंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं. महेंद्र सिंह ने गत दिनों भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी से भी मुलाकात की थी.
पूर्व एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, पूर्व ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा और पूर्व परिवहन राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार अशोक कटारिया भी मंत्री पद की दौड़ में हैं. माट से विधायक राजेश चौधरी भी मंत्री पद के लिए प्रयासरत हैं. केंद्रीय नेतृत्व की हरी झंडी मिलते ही जुलाई के चौथे सप्ताह से लेकर अगस्त के पहले सप्ताह तक शपथग्रहण समारोह हो सकता है.
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने गुरुवार को दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की. सूत्रों के मुताबिक दोनों के बीच आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी, मंत्रिमंडल के विस्तार सहित अन्य मुद्दों पर बात हुई. केशव ने संसद में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मुलाकात की.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी भी गुरुवार को दिल्ली पहुंच गए. चौधरी ने दिल्ली में पार्टी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के लिए तैयार पैनल और आगामी मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा की.
एनडीए में शामिल होने के बाद सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर ताबड़तोड़ हमले कर रहे हैं. राजभर ने दावा किया है कि अखिलेश यादव तो 2022 का चुनाव जीतना ही नहीं चाहते थे और न ही उन्हें 2024 का लोकसभा चुनाव जीतना है. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने खुद एक मीटिंग में कहा था कि उन्हें प्रधानमंत्री नहीं बनना है, जिसे पीएम बनना है वो 24 की तैयारी करे वो 2027 पर जोर दे रहे थे.
हमारा इसी बात को लेकर अखिलेश से झगड़ा था कि हम सरकार बनाने के लिए लड़ रहे हैं और वो बीजेपी की सरकार बनवाने की बात कर रहे थे. 2024 में नरेंद्र मोदी ही प्रधानमंत्री बनेंगे. एनडीए की जीत होगी. ओम प्रकाश राजभर ने सपा अध्यक्ष के पीडीए फॉर्मूले पर भी तंज कसते हुए कहा कि उनका ‘पी’ तो हम ही पी गए हैं. ‘पी’ यानी पिछड़ा, राजभर पिछड़ा, दारा सिंह चौहान पिछड़ा, अनुप्रिया पटेल पिछड़ा, हम सब तो अब साथ हो गए. ‘पी’ गए पिछड़ा.
अब उनके साथ कोई पिछड़ा नहीं है. वो अकेले रह गए हैं और जो उनके साथ है वो पार्टी में सिर्फ झुनझुना बजाने वाले हैं. विपक्षी दलों की जो बैठक हो रही है वो सिर्फ इसलिए हो रही है ताकि वो कुछ बोलने लायक रहें. राजभर ने कहा कि जब हम समझाते रहे, तब समझे नहीं अब घर बैठकर बाजा बजाते रहें. यूपी में एनडीए को सभी 80 सीटों पर जीत मिलेगी.