Noida International Airport: अगले साल अप्रैल में वाणिज्यिक परिचालन शुरू करने की तैयारियों में जुटा नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अपनी वेरिफाइड उड़ानें पूरा करने के बाद दिसंबर में एयरोड्रोम लाइसेंस के लिए आवेदन करेगा. नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के मुख्य कार्यपालक अधिकारी क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने कहा कि हवाई अड्डे के लिए घरेलू और अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस ने बड़े स्तर पर दिलचस्पी दिखाई है. घरेलू और अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए सेवा देने वाली घरेलू विमानन कंपनियों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय विमानन कंपनियों की भी नोएडा को गंतव्य के रूप में चुनने में काफी रुचि है. घरेलू एयरलाइंस इंडिगो और अकासा एयर ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के साथ समझौता किया है.
नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की क्षमता 1.2 करोड़ यात्रियों की है
नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की क्षमता पहले चरण में 1.2 करोड़ यात्रियों को संभालने की होगी. इसका विकास यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (वाईआईएपीएल) कर रही है. इसका निर्माण नवंबर, 2021 में शुरू हुआ था.
सितंबर और अक्टूबर में लैंडिंग सिस्टम के लिए उड़ानें संचालित की जाएगी
वाईआईएपीएल की मुख्य परिचालन अधिकारी किरण जैन ने कहा कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण यहां पर सितंबर और अक्टूबर के महीनों में उपकरण लैंडिंग प्रणाली के लिए उड़ानें संचालित करेगा. जैन ने कहा कि विमानों के आवागमन से संबंधित प्रक्रियाओं को तय करने के लिए दिसंबर में सत्यापन उड़ानें संचालित की जाएंगी. उन उड़ानों के पूरा होने के बाद हवाईअड्डा परिचालक एयरोड्रोम लाइसेंस के लिए आवेदन दाखिल करेगा. हवाई अड्डा के अधिकारियों ने कहा कि हवाई पट्टी का अधिकांश काम पूरा कर लिया गया है.
नोएडा एयरपोर्ट में क्या है खास?
पहले चरण में हवाई अड्डे पर एक टर्मिनल, एक हवाई पट्टी, 10 एयरोब्रिज और 25 पार्किंग स्टैंड होंगे. पहले इसका परिचालन इस साल सितंबर तक ही शुरू करने की उम्मीद थी लेकिन निर्माण में विलंब की वजह से इसके अप्रैल, 2025 तक शुरू होने की संभावना है.