Prayagraj: प्रदेश के चर्चित उमेश पाल हत्याकांड में योगी सरकार का मिट्टी में मिला दो अभियान शुरू हो गया है. राजधानी लखनऊ सहित अन्य स्थानों पर हमलावरों की तलाश में छापेमारी के बीच अब इस हत्याकांड में लिप्त लोगों और उनके सहयोगियों के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई शुरू हो गई है.
प्रयागराज विकास प्राधिकरण की टीम ने बुधवार को उमेश पाल हत्याकांड में नामजद अतीक अहमद के करीबी के घर पर बुलडोजर से निर्माण ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू की. प्राधिकरण की टीम तीन करोड़ की कीमत वाली दो मंजिला मकान को ढहाने पहुंची. ये मकान चकिया इलाके में है. इसी घर में अतीक की पत्नी शाइस्ता अहमद ने पनाह ली थी. इसे जफर अहमद का बताया जा रहा है. उमेश पाल हत्याकांड की साजिश के दौरान भी इस मकान का इस्तेमाल किया गया.
कार्रवाई से पहले प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और आसपास के मकानों को खाली कराया, जिससे बुलडोजर की कार्रवाई के दौरान उन्हें किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचे. ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के दौरान मकान के अंदर से बंदूक और तलवार बरामद हुई. बसे पहले बुलडोजर ने गेट तोड़े और घर की बाउंड्री को ध्वस्त किया.
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प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ सरकार अपराधियों और माफियाओं के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करती रहेगी, जिससे गुंडे, अपराधियों का समूल नाश हो. उन्होंने कहा कि जो भी अपराधी इस हत्याकांड में शामिल हैं, वह बख्शे नहीं जाएंगे.
दरअसल उमेश पाल हत्याकांड के फरार अपराधियों और इससे जुड़े लोगों पर योगी सरकार की नजर पहले से ही टेढ़ी है. एक आरोपी अशफाक जहां एनकाउंटर में मारा गया, वहीं एक अन्य सदाकत को गिरफ्तार किया गया है. वहीं अब अतीक अहमद और उससे जुड़े लोगों के आर्थिक साम्राज्य को भी ढहाने की कवायद शुरू हो गई है. अवैध रूप से बनाए गए सभी निर्माण पर प्रयागराज विकास प्राधिकरण का बुलडोजर आगे भी चलने की बात कही जा रही है. बताया जा रहा है कि प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने अतीक अहमद के करीबी व हत्या में शामिल 40 लोगों के मकानों के दस्तावेजों वाली फाइल खंगाली है.