उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने समीक्षा अधिकारी (RO)/ सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) की प्रारंभिक परीक्षा-2023 की तारीख घोषित कर दी है. प्रारंभिक परीक्षा 11 फरवरी 2024 को आयोजित की जाएगी. परीक्षा दो पालियों में सुबह 9.30 से 11.30 बजे और दोपहर 2.30 से 3.30 बजे तक होगी. पिछली परीक्षाओं के मुकाबले इस बार केंद्रों की संख्या अधिक होगी. आयोग ने नौ अक्तूबर 2023 को आरओ/एआरओ के 411 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया था. आवेदन की अंतिम तिथि नौ नवंबर थी, जिसे बाद में बढ़ाकर 24 नवंबर कर दिया गया था. इस परीक्षा के लिए रिकार्डतोड़ 1069725 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए है. आयोग की किसी भी परीक्षा के लिए पहली बार इतनी बड़ी संख्या में आवेदन आए हैं. एक पद पर 2603 अभ्यर्थियों की दावेदारी है, सो इस बार अभ्यर्थियों के बीच स्पर्धा काफी कठिन होने जा रही है. अभ्यर्थियों की संख्या अधिक होने के कारण इस बार पिछली परीक्षाओं के मुकाबले केंद्रों की संख्या भी अधिक होगी. एआरओ के पद पर प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा एवं टाइप टेस्ट और आरओ के पद पर प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा के आधार पर चयन होगा. प्रारंभिक परीक्षा में निगेटिव मार्किंग होगी.
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परीक्षा कुल 200 अंकों की होगी और इसमें दो प्रश्नपत्र होंगे. दोनों ही प्रश्नपत्र वस्तुनिष्ठ प्रकार के होंगे. पहला पेपर सामान्य अध्ययन का 140 अंकों का होगा, जिसे हल करने के लिए दो घंटे का वक्त मिलेगा. इसमें 140 प्रश्न होंगे. दूसरा पेपर सामान्य हिंदी का होगा, जिसमें सामान्य शब्द ज्ञान एवं व्याकरण से संबंधित 60 प्रश्न पूछे जाएंगे. प्रश्नपत्र 60 अंकों का होगा और इसे हल करने के लिए एक घंटे का वक्त मिलेगा. सामान्य हिंदी के पेपर में विलोम, वाक्य एवं वर्तनी शुद्धि, अनेक शब्दों के एक शब्द, तत्सम एवं तद्भव शब्द, विशेष्य और विशेषण, पर्यायवाची से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे.
इलाहाबाद संग्रहालय में अब कक्षा 12वीं तक के विद्यार्थियों को बिना किसी शुल्क के प्रवेश मिलेगा. सांस्कृतिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शुल्क मुक्त प्रवेश के प्रस्ताव पर मुहर लगाई है. देश में अंतरराष्ट्रीय महत्व के चार संग्रहालयों में से एक इलाहाबाद संग्रहालय ने सांस्कृतिक शिक्षा के प्रचार-प्रसार की दिशा में कदम आगे बढ़ाया है. राज्यपाल आनंदी बेन पटेल की अध्यक्षता में हुई इलाहाबाद संग्रहालय समिति की कार्यकारिणी बैठक में लिए गए निर्णय के अनुपालन में 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों व उनके साथ आने वाले अध्यापकों के लिए संग्रहालय भ्रमण निशुल्क कर दिया गया है. स्कूल ड्रेस में आने वाले व स्कूल का परिचय पत्र दिखाने वाले विद्यार्थियों के लिए संग्रहालय में प्रवेश निशुल्क रहेगा. इसके अतिरिक्त फोटोग्राफी भी शुल्क मुक्त कर दी गई है. पूर्व में फोटोग्राफी के लिए 100 रुपये शुल्क लिया जाता था. निदेशक राजेश प्रसाद ने बताया कि यह निर्णय सांस्कृतिक शिक्षा के प्रचार के लिए लिया गया है. वहीं, अन्य लोगों के लिए वीडियोग्राफी शुल्क में वृद्धि की गई है. इसके साथ ही संग्रहालय का प्रदर्शनी हाल अब निर्धारित शुल्क के साथ किराये पर उपलब्ध रहेगा.