पुरुलिया. जिले की बलरामपुर पंचायत समिति के तृणमूल कांग्रेस शासित बोर्ड की अध्यक्ष कलावती कुम्हार से नाराजगी में पार्टी के 12 सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया. इनमें बोर्ड की उपाध्यक्ष भानुमती सोरेन भी शामिल हैं. आरोप लगाया कि पंचायत समिति की अध्यक्ष यहां के प्रखंड विकास अधिकारी (बीडीओ) गौतम चौधरी के साथ मिल कर क्षेत्र में विकासमूलक कार्य करने के बजाय भ्रष्टाचार व धांधली में लिप्त हैं.
नाराज सदस्यों की शिकायत है कि जब इस बोर्ड में रहते हुए विकास कार्य नहीं किये जा सकते, इसमें बने रहने का मतलब नहीं है. इसलिए उक्त पंचायत समिति के तृणमूल शासित बोर्ड से उपाध्यक्ष भानुमती सोरेन समेत 12 पार्टी सदस्यों ने अपना त्यागपत्र पुरुलिया अनुमंडल अधिकारी (एसडीओ) कार्यालय में जाकर सौंप दिया. इसके साथ ही पूजा से पहले जिले में सियासी चर्चा तेज हो गयी है.मालूम रहे कि गत पंचायत चुनाव के दौरान बलरामपुर पंचायत समिति की कुल 21 सीटों में से 19 सीटें तृणमूल कांग्रेस और दो सीटें भाजपा ने जीती थीं. उसके बाद तृणमूल ने कलावती कुम्हार को पंचायत समिति के तृणमूल बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया. एक वर्ष बीतते ही इस पंचायत समिति की अध्यक्ष के खिलाफ भ्रष्टाचार व निरंकुशता के आरोप लगने लगे. इससे रुष्ट 12 तृणमूल सदस्यों ने उक्त बोर्ड से इस्तीफा दे दिया.
बाद में भानुमति सोरेन ने इल्जाम लगाया कि क्षेत्र में विकास कार्य नहीं किया जा रहा है. जितने भी रास्ते बने हैं, सब बदहाल हो चुके हैं. घटिया व सस्ते माल से सड़कें किसी तरह बना दी गयीं हैं. जहां चापाकल लगाये गये हैं, उनकी हालत किसी से छिपी नहीं है. असल में इन कार्यों में जम कर भ्रष्टाचार किया गया है. इल्जाम लगाया कि बीडीओ गौतम चौधरी के साथ मिल कर कलावती कुम्हार ने करोड़ों का घपला किया है. इससे क्षेत्र के लोगों में भी भारी नाराजगी है. आम लोग तृणमूल के सदस्यों को भ्रष्ट व चोर बता कर हेयदृष्टि से देखने लगे हैं.इन सदस्यों की मांग है कि भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलनेवाली तृणमूल, बलरामपुर पंचायत समिति के अपने बोर्ड से कलावती कुम्हार को तत्काल हटाये. भ्रष्टाचार व धांधली के संबंध में बीडीओ से लेकर एसडीओ, जिलाधिकारी (डीएम) को कई बार शिकायत की गयी है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गयी. इसलिए उक्त पंचायत समिति के बोर्ड से 12 सदस्यों ने निकलने का फैसला कर लिया. तृणमूल के बागियों को उम्मीद है कि बोर्ड के कुछ और सदस्य भी वहां से निकल जायेंगे.
आरोपों को अध्यक्ष व बीडीओ ने नकारा
उधर, उक्त पंचायत समिति के तृणमूल बोर्ड की अध्यक्ष कलावती कुम्हार ने आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि सारे इल्जाम बेबुनियाद हैं. क्षेत्र में विकास कार्य किये जा रहे हैं. इसमें उन लोगों को ही भ्रष्टाचार दिख रहा है, जो धांधली करके कमाना चाहते थे. लेकिन उन्हें इसका मौका नहीं दिया गया. इस बाबत पूछने पर प्रखंड विकास अधिकारी(बीडीओ) गौतम चौधरी ने भी कहा कि सारे आरोप निराधार हैं. उन्हे नहीं पता कि किन-किन सदस्यों ने इस्तीफा दिया है. हो सकता है कि फंड के हिस्से व अपनी सीट को बचाने को लेकर पार्टी में अंदरूनी कलह हो, जिससे यह नौबत आयी है. इससे बीडीओ का वास्ता नहीं है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है