अंडाल . अंडाल ब्लॉक के उखड़ा प्राचीन झूलन मेले को लेकर लगे वित्तीय भ्रष्टाचार के आरोपों के पोस्टर इस बार गांव में विभिन्न जगहों पर चिपके मिले. तृणमूल संचालित उखड़ा ग्राम पंचायत के नेतृत्व में चलने वाले मेले के विषय में पोस्टर पर लिखा है कि मेले में असामाजिक गतिविधियां होती हैं. मेला मैदान में दुकानों के वितरण में भ्रष्टाचार किया गया है, और दादागिरी कर पैसों की वसूली की गयी है. बड़े पैमाने पर वित्तीय भ्रष्टाचार का आरोप लगा हुआ पोस्टर पाया गया. जिसे लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है. गांव का प्राचीन झूलन मेले की बदनामी को लेकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है कि पोस्टर किसने लगाये हैं. लेकिन प्राचीन मेले को लेकर भ्रष्टाचार के आरोप लगने से सत्ताधारी खेमे में खलबली मच गयी है. यह मेला लंबे समय से उखड़ा ग्राम पंचायत की पहल पर आयोजित किया जाता रहा है. टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से मेले में दुकानें लगायी जाती हैं. मेला समिति का अध्यक्ष पंचायत का प्रधान होता है. लेकिन इस बार मेले की शुरुआत में ही वित्तीय भ्रष्टाचार का आरोप लगाते पोस्टर पाये जाने से गांव में सनसनी फैल गयी है. इस विषय में प्रधान मीणा कोले ने कहा कि इस तरह के पोस्टर जिसने भी लगाये हैं वह पहले यह साबित करें कि कहां भ्रष्टाचार है, फिर वह जवाब देंगी. उन्होंने कहा कि यह विरोधी दल का काम है. इस विषय में भाजपा नेता श्रीदीप चक्रवर्ती उर्फ छोटन चक्रवर्ती ने कहा कि किसने पोस्टर लगाये हैं इस बात की जानकारी उन्हें नहीं है. पुलिस इसकी जांच करे. यह जांच का विषय है. उखड़ा का प्राचीन मेला झूलन मेला है. जिस फुटबॉल मैदान में मेले की दुकानें लगती हैं वह फुटबॉल मैदान स्कूल का है. इस बार स्कूल ने पैसा लेने से इनकार कर दिया है. उसने नि:शुल्क मेले में दुकान लगाने पर सहमति जतायी है ताकि इसका फायदा मेला देखने वाले लोगों को हो सके और मेले में जिन्होंने दुकान लगायी है, उन्हें इसका लाभ मिले. अगर इसमें किसी ने वित्तीय लेनदेन की है और भ्रष्टाचार किया है तो उसकी जांच होनी चाहिए और इस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.
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