आसनसोल/दुर्गापुर.
दुर्गापुर में 1.01 करोड़ रुपये की लूट की घटना में दुर्गापुर थाने की पुलिस ने रांची के ईंटभट्टा मालिक अंकित सिंह को गिरफ्तार किया है. उसे स्थानीय अदालत में पेश करके दो दिनों की ट्रांजिट रिमांड पर दुर्गापुर लाया जा रहा है. शुक्रवार को उसे दुर्गापुर महकमा अदालत में पेश करने की संभावना है. इधर पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक लूट की घटना का मास्टरमाइंड पूर्व मेदिनीपुर का मधुसूदन बाग अपने विभिन्न बैंक अकाउंट में आपराधिक कार्यों से जुड़े पैसे लेने के लिए 15 प्रतिशत की कटमनी लेता था. दुर्गापुर लूटकांड में पीड़ित मुकेश चावला का 50 लाख रुपये भी बैंक ऑफ इंडिया के कल्याणी शाखा में मधुसूदन के अकाउंट कल्याणी भंडार में ही गया था. पुलिस को मधुसूदन की विभिन्न कंपनियों के नाम पर अन्य-अन्य जगहों पर सात बैंक खातों की भी जानकारी मिली है. इन्हीं खातों में वह इस प्रकार की वारदात का पैसा लेता था. फिर उसे दूसरी जगह ट्रांसफर कर देता था. इस कांड में इस्तेमाल हुई कार, जिसमें पैसे लेकर दोनों चालक अजय दास और सूरज कुमार भागे थे, वह कार भी इसी ने मुहैया करायी थी. इसी कार से पृथ्वीराज ओसवाल के घर से मुकेश चावला, अमित सिंह, मनोज सिंह और उक्त दो चालक कोलकाता के लिए निकले थे.यह कार मधुसूदन ने 75 हजार रुपये महीने के किराये पर ली थी. इस कांड के तार देश के विभिन्न कोने से जुड़े हुए हैं. पिछले कुछ दिनों से कमिश्नरेट पुलिस की टीम झारखंड के विभिन्न इलाकों में कुछ आरोपियों की तलाश कर रही है. दुर्गापुर लूटकांड में आरोपी मधुसूदन पुलिस के लिए काफी अहम कड़ी है. उसका तार देश के कोने-कोने से जुड़ा है. उसके कई प्रकार के धंधे हैं. जिनमें मुख्य धंधा 15 प्रतिशत की कटमनी लेकर आपराधिक कार्य के जरिये प्राप्त पैसे का लेनदेन करना है. पैसा डबलिंग के कांड से जुड़े अधिकांश गैंग के पैसे इसी के खाते में आते हैं. 15 प्रतिशत कटमनी लेकर वह पैसा आपराधिक गैंग को लौटा देता था. इस कांड के सरगना पृथ्वीराज ओसवाल से उसका काफी नजदीकी संबंध है. उसके सभी आपराधिक कांड का पैसा इसी के खाते में जाता है. इसके विभिन्न खातों में अबतक कितने आपराधिक घटनाओं का पैसा आया है, पुलिस सभी की कुंडली खंगाल रही है. इसके साथ जुड़े काफी बड़े-बड़े लोगों के नाम सामने आ रहे हैं. पुलिस इसकी भी जांच कर रही है.
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