बांकुड़ा .
दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) के मेजिया थर्मल पावर स्टेशन (एमटीपीएस) में आपातकालीन स्थिति से निबटने की तैयारियों का परीक्षण किया गया. एमटीपीएस परिसर में सीआइएसएफ व अन्य एजेंसियों ने संयुक्त रूप से मॉक ड्रिल किया. एमटीपीएस के शोध व विकास (आरएंडडी) भवन में आतंकी हमले की स्थिति में सीआइएसएफ और विभिन्न एजेंसियों की ओर से आयोजित साझा मॉक ड्रिल के जरिये यह जानने की कोशिश की गयी कि अप्रिय स्थिति से उबरने में एमटीपीएस के संसाधन कितने कारगर हैं. इस अभ्यास में डिस्ट्रिक्ट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (डीडीएमए), मेडिकल सेवाएं, स्थानीय पुलिस और दमकलकर्मियों की सेवाएं शामिल थीं. मॉक ड्रिल के दौरान आतंकी हमले के बाद बचाव कार्य शुरू किया गया. आतंकियों की गोलीबारी व बम विस्फोट से भवन में आग लग जाये, तो जान व माल की न्यूनतम क्षति के साथ स्थिति से कैसे उबरा जाये, इसे जानने की कोशिश की गयी. बचाव-दल ने एकजुट होकर तेजी से अपना कार्य करते हुए लोगों को सुरक्षित निकालने के तरीके आजमाये. मॉक ड्रिल के जरिये आपात स्थितियों में एजेंसियों के बीच समन्वय व प्रतिक्रिया की तैयारी का मूल्यांकन किया गया. सीआइएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी कमांडेंट सोनू सिंह सीकरवार के नेतृत्व में हुई मॉक ड्रिल में विभिन्न एजेंसियों के बीच तालमेल व सहयोग की मजबूती पर बल दिया गया. मौके पर सीआइएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी व अन्य एजेंसियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे. उन्होंने मॉक ड्रिल पर संतोष जताया और भविष्य में ऐसे अभ्यासों को जारी रखने की जरूरत पर जोर दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है