बांकुड़ा. बांकुड़ा दुर्गापुर राज्य राजमार्ग संख्या 9 पर दामोदर नदी दुर्गापुर बैराज की पुल सड़क बदहाल स्थिति में है. इस महत्वपूर्ण सड़क पुल पर चौबीसों घंटे हजारों वाहन चलते हैं. हालांकि पुल की स्थिति खतरनाक हो गयी है. जर्जर सड़कों की मरम्मत की मांग को लेकर माकपा के बरजोड़ा एरिया कमेटी ने शुक्रवार को बैराज के सामने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने सड़क की मरम्मत न होने की सूरत में रविवार से नाकाबंदी करने की भी धमकी दी. शुक्रवार को जब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से नाकाबंदी हटाने के लिए कहा, तो बरजोड़ा के पूर्व विधायक सुजीत चक्रवर्ती और पार्टी की क्षेत्र समिति के सचिव सुजय चौधरी के साथ पुलिस की बहस हो गयी. सुजीत चक्रवर्ती का दावा है कि पिछले एक साल से वे बैराज के सड़क की मरम्मत की मांग कर रहे हैं. लेकिन हर बार ईंट पाटकर लाखों रुपये खर्च कर दिये जाते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार के शिक्षा, स्वास्थ्य और खाद्य विभाग की तरह सिंचाई विभाग में भी चोरी चल रही है. उन्होंने शिकायत की कि बंदबांट चल रही है. उन्होंने आगे आरोप लगाया कि 2018 में, जब वह विधायक थे, तो न्यू दामोदर में दुर्गापुर बैराज से हुगली में उलबेड़िया तक नदी का नवीनीकरण के लिए विश्व बैंक ने 800 करोड़ रुपये दिये हैं. सुजीत चक्रवर्ती ने आरोप लगाया कि उन्होंने तत्कालीन कांग्रेस विधायक असित मित्रा के साथ उलबेड़िया का दौरा किया. लेकिन उन्हें कहीं भी कोई काम होता नहीं दिखा. उन्होंने दावा किया कि बैराज के कुछ लॉक गेटों की मरम्मत का काम एक रुपये का भी नहीं हुआ. तो वह पैसा कहां गया? पार्टी की एरिया कमेटी के सचिव सुजॉय चौधरी ने जुलाई 2023 में सिंचाई विभाग का एक टेंडर दिखाया और कहा कि यह टेंडर एक साल पहले हुआ था. लेकिन अभी तक काम शुरू नहीं हुआ है. उन्होंने सुना है कि पूजा के बाद काम शुरू हो जायेगा. सुजय चौधरी ने कहा वह इंतजार करेंगे. इसलिए नाकाबंदी आज हटायी जा रही है. लेकिन पूजा के बाद बैराज की सड़क की मरम्मत नहीं हुई तो सिंचाई कार्यालय में तालाबंदी के साथ-साथ अनिश्चितकाल के लिए नाकाबंदी की जायेगी. तृणमूल विधायक आलोक मुखर्जी ने इस विरोध को नाटक करार दिया. उन्होंने कहा कि दुर्गापुर बैराज के पुल की मरम्मत करना काफी जटिल है. यह पुल इतना महत्वपूर्ण है कि इसे एक घंटे के लिए भी बंद नहीं किया जा सकता. यह सड़क दक्षिण बंगाल और उत्तर बंगाल के बीच एकमात्र शॉर्टकट सड़क है. इसलिए दोपहर 12:00 बजे के बाद जब वाहनों की संख्या थोड़ी कम हो जाती है तो सड़क नवीनीकरण का काम किया जाता है. जिला प्रशासन से बात करने पर पता चला कि मानसून के कारण काम शुरू नहीं हो सका. पूजा के बाद काम शुरू होगा. माकपा को यह पता है इसलिए उन्होंने चार लोगों के साथ नाकाबंदी की है.
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