दुर्गापुर. दुर्गापुर इस्पात संयंत्र(डीएसपी) में कथित तौर पर वर्षों से शोषित व उपेक्षित ठेका श्रमिकों को उनका हक दिलाने के लिए शुक्रवार को भूमि रक्षा कमेटी के बैनर तले मेन गेट स्थित इस्पात भवन के पास विरोध प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शनकारियों की शिकायत है कि डीएसपी के ठेकेदारों के अधीन काम करनेवाले श्रमिकों का शोषण जगजाहिर है. कई बार उनके हित से जुड़े मुद्दों को उठाया गया, संबद्ध अधिकारियों को जानकारी दी गयी, लेकिन कुछ नहीं किया गया. भूमि रक्षा कमेटी के सचिव ध्रुव ज्योति मुखर्जी ने कहा कि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी डीएसपी में दशकों से चल रहे भ्रष्टाचार व धांधली पर नाराजगी जतायी है. इसके बावजूद वहां ठेका श्रमिकों का शोषण बंद नहीं हुआ है. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि डीएसपी के ठेका श्रमिकों को न्यूनतम वेतन नहीं दिया जाता है. इसके अलावा उन्हें पीएफ, ईएसआइ आदि की सुविधाएं भी नहीं मिलती हैं. यह भी कि डीएसपी प्रबंधन, ठेकेदार व यूनियनों की मिलीभगत से प्लांट में भ्रष्टाचार का बोलबाला है. वहां स्थानीय बेरोजगार युवाओं को काम पर रखने के बजाय बाहरी जिलों व राज्यों से श्रमिकों को रख कर सस्ते में काम कराया जा रहा है. प्रदर्शनकारियों का दावा है कि बीते कुछ वर्षों में प्लांट में एक से दो हजार करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार हुआ है. इस बाबत बार-बार पूछने पर भी डीएसपी प्रबंधन के अधिकारी जवाब नहीं दे रहे हैं. इसे लेकर डीएसपी प्रबंधन के खिलाफ भूमि रक्षा कमेटी ने आरटीआइ की अर्जी भी लगायी है. समय पर डीेएसपी से जवाब नहीं मिला, तो उक्त कमेटी की ओर से बड़ा आंदोलन किया जायेगा.
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