हथियारों का सौदागर विक्की गिरफ्तार, तीन दिनों की पुलिस रिमांड आसनसोल/दुर्गापुर. फर्जी तरीके से पिस्तौल का लाइसेंस बनाने एवं बड़े अधिकारियों का फर्जी स्टैंप बनाकर उन्हें बेचने के आरोप में कमिश्नरेट की पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है. जिनमें आसनसोल के केंदुआ निवासी धर्मेंद्र उर्फ बबलू उपाध्याय , आसनसोल उषा ग्राम निवासी कैलाश सोनार के अलावा बिहार के बक्सर निवासी विक्की यादव और राकेश बर्नवाल शामिल हैं. इसकी जानकारी पुलिस उपायुक्त (ईस्ट) अभिषेक गुप्ता ने दी. उन्होंने बताया कि पकड़े गये सभी आरोपियों के तार देश के विभिन्न राज्यों के साथ जुड़े रहने का संदेह है. इनके खिलाफ विभिन्न जिलों के डीएम, एसपी एवं प्रशासन के आला अधिकारियों का फर्जी स्टैंप बनाने के साथ-साथ पिस्तौल का फर्जी लाइसेंस बनाकर बेचने का आरोप है. दुर्गापुर के कोक ओवन थाना में बीते 18 अगस्त को एक शिकायत दर्ज की गयी थी. शिकायत के आधार पर पुलिस की टीम गठित कर विभिन्न समय पर विभिन्न इलाकों में छापामारी की गयी थी. छापेमारी में आसनसोल के कुल्टी इलाके से चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया गया है. फिलहाल गिरोह के अन्य सदस्यों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा. गौरतलब है कि हथियारों के फर्जी लाइसेंस के मामले में कोकओवन थाने की पुलिस धर्मेंद्र उपाध्याय उर्फ बबलू की तलाश में छापेमारी के लिए कुल्टी इलाके में आयी थी. इसी दौरान पुलिस को बबलू के एक सहयोगी विक्की यादव की जानकारी मिली. जिसके बाद दोनों थानों की पुलिस ने संयुक्त रूप से विक्की के आवास में छापेमारी की. उसके घर से एक देशी कट्टा बरामद किया गया. सूत्रों के अनुसार विक्की यह सारे हथियार बबलू से लेकर बाजार में बेचता था. कोकओवन थाने की पुलिस ने बबलू को भी गिरफ्तार किया. अवर निरीक्षक श्री हुसैन ने अपनी शिकायत में बताया कि विक्की के घर में छापेमारी होते ही पुलिस देखकर वह घर से भागने लगा. पकड़ने के बाद उसने अपनी पहचान बतायी. काफी देर पूछताछ करने के बाद वह टूट गया और अपना अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि उसके पास हथियार है. उसकी निशानदेही पर उसके घर से हथियार बरामद हुआ.
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