आसनसोल.
कुल्टी थाने की पुलिस को शिल्पांचल में अवैध हथियार के कारोबार से जुड़े मामले में बड़ी सफलता मिली है. दास एंड कंपनी की निर्मित एक डबल बैरल गन, भारत स्मॉल आर्म्स प्राइवेट लिमिटेड निर्मित एक डबल बैरल गन और एक देशी इंप्रोवाइज्ड सिंगल बैरल गन के साथ 12 बोर का 18 कारतूस के साथ तीन लोगों को पुलिस ने पकड़ा. इनके पास इन हथियारों से जुड़ा कोई भी कागजात पुलिस को नहीं मिला. ये तीनों लोग एक स्टील उद्योग संस्था में इन हथियारों के साथ गार्ड की नौकरी कर रहे थे. जिसमें आसनसोल साउथ थाना क्षेत्र के धेमोमेन इलाके का निवासी प्रभाष नोनिया, कुल्टी थाना क्षेत्र के केंदुआ बाजार इलाके का निवासी गोपाल केशरी और धनबाद (झारखंड) जिला के निरसा इलाके का निवासी शेख राफाई शामिल है. गत पांच सितंबर को कुल्टी थाने में दर्ज हथियार से जुड़े मामले में कांड संख्या 469/24, आर्म्स एक्ट की धारा 25(1बी)(ए) में ही उक्त तीनों आरोपियों को रविवार अदालत में चालान किया गया. जांच अधिकारी अवर निरीक्षक सरोजपति ने पांच दिनों की पुलिस रिमांड की अपील की. अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद आरोपियों की जमानत याचिका खारिज कर तीन दिनों की पुलिस रिमांड मंजूर की. पुलिस उपायुक्त (वेस्ट) संदीप कर्रा ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि इलाके के विभिन्न उद्योगों में अवैध हथियार के साथ अनेकों गार्ड काम कर रहे हैं. जिसके आधार पर यह छापेमारी हुई और तीन लोग अवैध हथियार के साथ गिरफ्तार हुए. इन हथियारों का सप्लायर विक्की यादव के होने की संभावना की पुलिस जांच कर रही है. वह फिलहाल पुलिस हिरासत में है और भी हथियार बरामद करने को लेकर पुलिस की टीम काम कर रही है.गौरतलब है कि हथियारों का अवैध लाइसेंस बनाने को लेकर कोकओवन थाने में गत 19 अगस्त को दर्ज एक मामले को लेकर पांच सितंबर को कोकओवन थाने की पुलिस ने कुल्टी इलाके से एक आरोपी बबलू उपाध्याय उर्फ धर्मेंद्र की गिरफ्तारी की. इसी दौरान कुल्टी थाना पुलिस ने केंदुआ बाजार निकट ईंटाभट्ठा इलाके में छापेमारी के विक्की यादव को गिरफ्तार किया और उसके पास से एक देशी कट्टा मिला. कुल्टी थाना पुलिस ने विक्की को आरोपी बनाकर अवैध हथियार से जुड़ा उक्त मामला दर्ज किया. विक्की ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कि वह हथियारों का कारोबार करता है. सूत्रों के अनुसार पुलिस रिमांड में विक्की ने काफी कुछ पुलिस को बताया, जिसके आधार पर पुलिस को यह सफलता मिली है.
निजी उद्योगों में तैनात गनमैन के हथियार की जांच शुरू, कई हो गये फरार
शिल्पांचल में स्थित लगभग सभी उद्योगों में विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के गार्ड तैनात रहते हैं. इनमें सामान्य गार्ड और आर्म्स गार्ड रहते हैं. निजी सुरक्षा एजेंसी इनकी नियुक्ति करती है. आर्म्स गार्ड का वेतन सामान्य गार्ड की तुलना में काफी ज्यादा होता है. सुरक्षा एजेंसियां आर्म्स गार्ड की नियुक्ति करती हैं. इसके लिए आर्म्स का लाइसेंस और आर्म्स देखकर ही उन्हें नियुक्ति दी जाती है और जरूरत के आधार पर विभिन्न उद्योगों में तैनात किया जाता है. नौकरी के लिए फर्जी लाइसेंस और अवैध हथियार का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है, जिसका भंडाफोड़ इस बार पुलिस ने किया है. दर्जनों अवैध हथियार और लाइसेंस के साथ गार्ड उद्योगों में तैनात है. पुलिस पूरी तरह से खंगालने में जुटी है. सूत्रों के अनुसार इस घटना के बाद काफी गार्ड नौकरी छोड़कर गायब हो गये हैं. पुलिस उनकी भी कुंडली खंगालने में जुट गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है