बीरभूम. तृणमूल कांग्रेस की बीरभूम जिला कोर कमेटी की बैठक होनेवाली है. तृणमूल कांग्रेस की मुखिया और राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस दिशा में सख्त निर्देश दिया है. आगामी 16 नवंबर को जिला कोर कमेटी की बैठक बुलायी गयी है. यह जानकारी सिउड़ी के विधायक और कोर कमेटी के संयोजक विकास रायचौधुरी ने दी. अब अनुब्रत मंडल और काजल शेख को आमने-सामने आना होगा. पशु तस्करी के मामले में दो वर्ष बाद दिल्ली की तिहाड़ जेल से जमानत पर छूटे पार्टी नेता अनुब्रत मंडल के बीरभूम लौटने के बाद से कोर कमेटी के लोगों में खलबली मच गयी है. जिला परिषद सभाधिपति काजल शेख और अनुब्रत मंडल के आमने-सामने नहीं होने पर अनुब्रत ने कोर कमेटी के विस्तार की बात उठा दी थी. इस कोर कमेटी को अनुब्रत मंडल ने बोलपुर प्रभावित कोर कमेटी बताया था. अनुब्रत की मौजूदगी में जिला कोर कमेटी की बैठक होगी. इस बार काजल और जिला नेता अनुब्रत मंडल आमने-सामने राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा करेंगे. लेकिन क्या दोनों कभी मिलेंगे? इसे लेकर नये सिरे से अटकलें लगने लगी हैं. मालूम रहे कि अनुब्रत की गिरफ्तारी के बाद राज्य की मुख्यमंत्री ने बीरभूम में पार्टी कोर कमेटी बनायी थी. पिछले अगस्त में जिला कोर कमेटी की बैठक हुई थी. त्योहारों के बीच और बैठक नहीं हुईं. तीन माह बाद जिला नेता अनुब्रत मंडल की मौजूदगी में बैठक होगी. काजल शेख व अन्य सदस्य भी उपस्थित रहेंगे. बैठक की तैयारियां शुरू हैं. कमेटी के संयोजक व विधायक विकास रायचौधुरी ने कहा कि कमेटी के सभी सदस्यों से बातचीत के बाद बैठक का दिन तय किया गया है. हालांकि, पार्टी सूत्रों की मानें, तो यह बैठक 16 नवंबर को बोलपुर जिला तृणमूल भवन में होगी. ज्ञात रहे कि अनुब्रत मंडल की गिरफ्तारी के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जिले के संगठन की जिम्मेदारी ली थी. तभी उन्होंने जिले के प्रबंधन के लिए कोर कमेटी बनायी थी. लेकिन इस बीच अनुब्रत को जिला पार्टी अध्यक्ष पद से नहीं हटाया गया था. दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट से जमानत मंजूर होने पर तिहाड़ से अनुब्रत की रिहाई हुई. उसके बाद अनुब्रत पुराने साम्राज्य को बीरभूम में वापस पाने के लिए राजनीतिक कार्यक्रम की घोषणा कर विजया मिलन करने लगे. यही नहीं, अनुब्रत जिला कोर कमेटी की अनदेखी भी करने लगे. उसके बाद पार्टी से अनुब्रत को कोर कमेटी से चर्चा कर कार्यक्रम तय करने का निर्देश मिला. उसके बाद बैठक होनी है. वैसे ये तो सभी जानते हैं कि अनुब्रत मंडल और काजल शेख के रिश्ते कभी भी सहज नहीं रहे हैं. अलबत्ता, अनुब्रत व उनके समर्थक विजया मिलन में जाते रहे, लेकिन उस मंच पर काजल नहीं गये. इसके अलावा अन्य मंचों पर भी अनुब्रत व काजल शेख को साथ नहीं देखा गया.
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