आसनसोल.
केंद्र पर जनविरोधी नीतियां के जरिये कोयला खदानों व अन्य सरकारी संस्थानों के निजीकरण की साजिश करने के खिलाफ कोयलांचल की केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और किसान मोर्चा ने सड़क पर उतर प्रतिवाद जताया. यहां रबींद्र भवन के पास विरोध प्रदर्शन के बाद जनसभा की गयी. इसमें कोलियरी मजदूर यूनियन (इंटक) चंडी बनर्जी, उपाध्यक्ष प्रजय माजी, आरपी शर्मा, अनूप सिंह, कोलियरी मजदूर सभा (एटक) महासचिव गुरुदास चक्रवर्ती, कोलियरी मजदूर कांग्रेस (एचएमएस) संजीव मिश्रा सहित तमाम केंद्रीय ट्रेड यूनियन के नेता व कार्यकर्ता उपस्थित थे. इंटक नेता चंडी बनर्जी ने बताया कि जिस तरह से केंद्र सरकार तमाम सरकारी निकायों व उपक्रमों का निजीकरण कर रही है. उससे देश की आर्थिक स्थिति कमजोर हो जायेगी. कोयला खदान हो या जीवन बीमा निगम अथवा, बैंक हर जगह निजीकरण की कोशिश चल रही है. इसे रोकने की आवश्यकता है. कभी बैंक व कोयला खदानों को निजी हाथों से निकाल कर राष्ट्रीयकरण किया गया था. लेकिन आज केंद्र की भाजपा सरकार उसे फिर से निजी हाथों में देना चाहती है. जिससे कुछ पूंजीपतियों को तो लाभ मिलेगा. लेकिन जनता को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. इसी के खिलाफ आज प्रतीकात्मक रूप से विरोध प्रदर्शन किया गया. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर केंद्र की भाजपा सरकार अपने निजीकरण की नीति से नहीं हटती तो आगामी दिनों में सभी केंद्रीय ट्रेड यूनियन संयुक्त रूप से बड़े पैमाने पर आंदोलन करेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है