24.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

‘अधिकार’ की प्रमुख सुदीप्ता के घर पर हुई छापेमारी, मोबाइल व हार्डडिस्क किया गया जब्त

कुल्टी थाना क्षेत्र के डिशेरगढ़ गांव में ‘अधिकार’ (इसीएल में ठेका श्रमिकों की यूनियन) की प्रमुख सुदीप्ता पाल के आवास पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) और पश्चिम बंगाल स्पेशल टास्क फोर्स की टीम ने संयुक्त रूप से धावा बोला.

आसनसोल.

कुल्टी थाना क्षेत्र के डिशेरगढ़ गांव में ‘अधिकार’ (इसीएल में ठेका श्रमिकों की यूनियन) की प्रमुख सुदीप्ता पाल के आवास पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) और पश्चिम बंगाल स्पेशल टास्क फोर्स की टीम ने संयुक्त रूप से धावा बोला. सर्च वारंट के आधार पर एनआइए ने सुश्री पाल के आवास की तलाशी ली.

सुबह छह बजे से सुबह साढ़े नौ बजे तक तलाशी चली. सुश्री पाल ने कहा कि सर्च वारंट देखने के बाद यह पता चला कि रांची में हुए एक मामले के जांच अधिकारी ने एनआइए को उनके घर की तलाशी लेने का अधिकार दिया है. जिसके आधार पर एनआइए ने सर्च वारंट निकाला और उनके घर की तलाशी ली. पूरे घर का सामान उलट-पुलट कर दिया. एनआइए की टीम ने सुश्री पाल का ऐंड्रॉयड मोबाइल फोन और घर के कंप्यूटर का हार्डडिस्क जब्त किया और अपने साथ ले गये. इस घटना से इलाके में काफी हलचल है.

गौरतलब है कि टेरर फंडिंग को लेकर बराकर के एक व्यवसायी काफी दिनों से एनआइए के निशाने पर हैं. इस बार सुदीप्ता पाल के घर में एनआइए के तलाशी अभियान को लेकर कई तरह की चर्चा चल रही है. एनआइए ने यह जांच अभियान राज्य के कई स्थानों पर चलाया है. एनआइए सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नॉर्थ इंडिया में माओवादी अपना नेटवर्क विस्तार करने में जुटे हुए हैं. इसके लिए फंड की काफी जरूरत है. इस नेटवर्क से जुड़े कई लोग राज्य आइबी और सेंट्रल आइबी के रडार पर हैं. फंड कहां-कहां से कैसे कलेक्शन हो रहा है? किसे भेजा जा रहा है? इसकी जानकारी हासिल की जा रही है. जिसके तहत ही यह सर्च अभियान मंगलवार को राज्य के कई लोगों के घरों में चलाया गया. इनके पास से जब्त सामानों की जांच के बाद ही खुलासा होगा कि इन लोगों का इस मामले के साथ कोई कनेक्शन है या नहीं.

सब्यसाची से एनआइए को नॉर्थ इंडिया में माओवादियों की गतिविधि की मिली जानकारी

10 लाख रुपये के इनामी माओवादी नेता सब्यसाची गोस्वामी को 12 जनवरी 2024 को पुरुलिया पुलिस ने गिरफ्तार किया था. पुलिस और एनआइए दोनों को सब्यसाची की तलाश थी. वर्ष 2022 में एनआइए को असम में माओवादी गतिविधि का पता चला था. वहां गिरफ्तार माओवादी नेताओं से एनआइए को जानकारी मिली कि यहां माओवादी गतिविधि के लिए सब्यसाची ही जिम्मेदार है. जिसके बाद से उसकी तलाश शुरू हुई. सब्यसाची आसनसोल में भी कुछ लोगों से मिलता था, जिसकी जानकारी भी एनआइए को है. सूत्रों के अनुसार मंगलवार को पूरे राज्य में एनआइए का सर्च अभियान सब्यसाची से मिली जानकारी पर पूरा होमवर्क करने के बाद चलाया गया.

कौन है सुदीप्ता पाल

इसीएल में ठेका श्रमिकों के यूनियन, अधिकार, की सचिव व इसकी सर्वेसर्वा सुदीप्ता पाल हैं. कोयलांचल में एक समय अधिकार यूनियन की काफी चर्चा थी. ठेका श्रमिकों के मुद्दे को लेकर इनका आंदोलन इसीएल के अधिकारियों के लिए परेशानी का कारण बन जाता था. ठेका श्रमिकों के वेतन सहित अन्य मुद्दों को लेकर संगठन की ओर से आरएलसी में मामला भी चल रहा है. ठेका श्रमिकों के आंदोलन में एक जुझारू नेत्री के रूप में सुदीप्ता की पहचान बनी. डिशेरगढ़ में वह एक किराये के मकान में रहती हैं. कोरोना के समय से वह इस मकान में रह रही हैं. सुदीप्ता एक पत्रिका भी निकालती हैं. उन्होंने कहा कि हार्ड डिस्क ले जाने से पत्रिका का काम भी प्रभावित हो गया. सूत्रों के अनुसार सुश्री पाल को लेकर केंद्रीय आइबी की टीम हमेशा अलर्ट मोड में रहती है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें