आसनसोल/दुर्गापुर.
दुर्गापुर थाना क्षेत्र में एनएच-19 पर पियाला मोड़ के निकट गुरुवार शाम को दिल्ली के निवासी मुकेश चावला (57) से 1.01 करोड़ रुपये की छिनतई के मामले में गिरफ्तार कुल छह आरोपियों दुर्गापुर थाना में तैनात सहायक अवर निरीक्षक असीम चक्रवर्ती, सीआइडी के बम दस्ते का जवान चंदन चौधरी (44), पुलिस के डीआइबी विभाग के बर्खास्त अधिकारी मृत्युंजय सरकार (50), इनके गाड़ी का वाहन चालक दुर्गापुर का निवासी सुभाष शर्मा (35) और सूरज कुमार राम (21) के अलावा श्री चावला के साथ गाड़ी में रहे चार अन्य लोगों में से एक मिर्जापुर (यूपी) का निवासी मनोज कुमार सिंह को शनिवार को दुर्गापुर महकमा अदालत में पेश किया गया. जांच अधिकारी ने अतुनु बाजपेयी ने दो आरोपियों मृत्युंजय सरकार और सुभाष शर्मा की सात दिनों की पुलिस कस्टडी (पीसी) की अपील की. अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद सभी आरोपियों की जमानत याचिका रद्द किया और दो आरोपियों की पांच दिनों की पीसी मंजूर की और अन्य चारों को न्यायिक हिरासत (जेसी) में भेज दिया. अगली सुनवाई 12 सितंबर को होगी. श्री चावला के शिकायत पर इनके खिलाफ दुर्गापुर थाना में कांड संख्या 477/24 के में बीएनएस की धारा 126(2)/319(2)/137(2)/140(3)/308(5)/351(2)/61(2)/3(5) के तहत मामला दर्ज हुआ है. इस घटना से पुलिस विभाग की काफी किरकिरी हुई है, लेकिन पुलिस अधिकारी भी यदि कोई गलती करेगा तो उसपर भी पुलिस कार्रवाई करेगी, कानून सभी के लिए समान है, यह बात चर्चा का विषय बना हुआ है. लूटे गये पैसे पुलिस अभीतक बरामद नहीं कर पायी है. इस मामले में कुछ अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी जल्द होने की संभावना है. एल-42, सेकेंड फ्लोर, डबल स्टोरेज, लाजपत नगर दिल्ली के निवासी श्री चावला ने अपनी शिकायत में लिखा कि गुरुवार को वे अमित सिंह, मनोज सिंह और दो चालकों के साथ सालानपुर थाना क्षेत्र के सामडी इलाके से कार में करके कोलकाता के लिए निकले. व्यवसायिक उद्देश्य से वे एक काठ के बक्से में 1.01 करोड़ रुपये लेकर सफर कर रहे थे. जिसे अमित सिंह ने एकत्र किया था. शाम चार बजे से 4:35 के बीच एनएच-19 पर पियाला काली मंदिर के पास कुछ अज्ञात लोगों ने उनकी गाड़ी रोक दी और अपनी कार उनकी गाड़ी के सामने लगा दी. दो लोग उतरे और खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर गाड़ी की जांच करने लगे. गाड़ी से वे लोग नकदी 1.01 करोड़ रुपये लेकर भाग गए. इसकी शिकायत दुर्गापुर थाना में दर्ज होने के बाद पुलिस जांच में जुट गयी और उक्त छह आरोपियों को गिरफ्तार किया.सहायक अवर निरीक्षक पर पहले भी लगा है छिनताई का आरोप
दुर्गापुर थाना में तैनात सहायक अवर निरीक्षक असीम चक्रवर्ती (42) पर पहले भी छिनतई का आरोप लग चुका है. पुलिस सूत्रों के अनुसार कुछ वर्ष पूर्व वे कोकओवन थाना में तैनात थे. उस दौरान बकरियों का ट्रांसपोर्ट करनेवाली एक वाहन के चालक व कर्मियों ने शिकायत दर्ज कराई थी कि असीम चक्रवर्ती ने पैसे के लिए उन्हें पिटाई की और जो पैसे थे वह भी छीन लिया. इस शिकायत पर जांच हुई थी लेकिन जांच के वे बरी हो गये. उनका रहन सहन का तरीका काफी हाई प्रोफाइल का है. जो हमेशा से चर्चा में रहा है.सामडी से एक करोड़ रुपये लेकर कोलकाता जाने की जांच में जुटी पुलिस
शिकायत के श्री चावला ने बताया है कि सालानपुर थाना क्षेत्र के सामडी इलाके से वे 1.01 करोड़ रुपये लेकर निकले थे. यह पैसा अमित सिंह ने ही जुगाड़ करके दिया था. अमित सिंह फिलहाल फरार है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है. सामडी से एक करोड़ रुपये लेकर निकलने के विषय में दुर्गापुर पुलिस की टीम सामडी इलाके में आकर जांच की. यह पैसा किसका था? किस काम के लिए यहां से कोलकाता जा रहा था? इसकी जानकरी फिलहाल पुलिस जुटा रही है. पैसा कहां किसका था और कहां जा रहा था? इसे लेकर तरह तरह के चर्चाओं से बाजार गरम है. फिलहाल पुलिस ने इस विषय में जांच की बात कहकर कुछ भी नहीं बताया.
सीआइडी जवान और पुलिस अफसर की भूमिका की जांच तेज
एक करोड़ रुपये ले जाने की जानकारी लूटनेवाले टीम को कैसे पहुंची? यह पुलिस जांच कर रही है, फिलहाल इसपर पुलिस कुछ भी नहीं बता रही है. सूत्रों के अनुसार सीआइडी के जवान चंदन ने असीम चक्रवर्ती को इसकी जानकारी दी कि मोटा रकम लेकर कुछ लोग कोलकाता जा रहे हैं. उस समय असीम दुर्गापुर थाना में टेबल ड्यूटी पर था. चंदन ने एक पुलिस लिखा वाहन की मांग की. चंदन के साथ असीम का पुराना संपर्क था. असीम ने उस दौरान पियाला मोड़ के पास ड्यूटी पर तैनात एक सहायक अवर निरीक्षक का नंबर चंदन को दिया और उस पुलिस अधिकारी को चंदन का मदद करने को कहा. जिसके बाद चंदन को पुलिस लिखा वाहन मिला और वह अपनी टीम के साथ कांड को अंजाम दिया. इसकी सच्चाई भी पुलिस पता लगा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है