अंडाल.
जमीन के बदले जमीन और करार के अनुसार भूमिदाता परिवार के प्रशिक्षित लोगों को रोजगार देने की मांग पर अंडाल एयरपोर्ट परिसर में धरना प्रदर्शन किया गया. चेतावनी दी गयी कि उनकी मांगें नहीं मानने पर और बड़ा आंदोलन किया जायेगा. अंडाल एयरपोर्ट के लिए पांच मौजों की जमीन का अधिग्रहण किया गया था. इस बाबत भूमिदाताओं के साथ समझौता हुआ था. राज्य की तृणमूल कांग्रेस जब सत्ता में आयी, तब एयरपोर्ट का उद्घाटन किया गया था. तभी करार भी हुआ था, लेकिन लंबे समय के बाद अधिकारियों ने भूमिदाताओं के साथ किया अपना वादा पूरा नहीं किया. जमीन मालिकों ने सोमवार को हवाईअड्डा परिसर में आंदोलन किया. इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी थी. प्रदर्शनकारियों में तृप्ति पाल, पिऊ मंडल ने कहा कि जेवीडीए नामक समझौो पर जमीन देते समय करार हुआ था. तय था कि एक एकड़ भूमि के बजाय, जमीनदाताओं को हवाई अड्डा परिसर में एक कट्ठा भूमि दी जायेगी, इसके अलावा भूमिदाता परिवारों के एक सदस्य को प्रशिक्षण देकर नौकरी दी जायेगी. क्षेत्र के खेत मजदूरों को वित्तीय पैकेज दिया जायेगा. लेकिन बीएपीएल कंपनी ने उन वादों को पूूरा नहीं किया. कल्याण सोसायटी की ओर से कलचंद गोराई ने कहा कि भूमि के बदले जो भूमि दी जा रही थी, उसे बाद में सेना ने प्रतिबंधित कर दिया. सूचित किया गया कि वहां कोई निर्माण नहीं हो सकता. नतीजतन, हम उस भूमि के साथ क्या करेंगे. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि आंदोलन 20 साल से चल रहा है, पर बीएपीएल अधिकारी या सरकार कहीं से सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है