रानीगंज.
रानीगंज के बांसड़ा स्थित रानीगंज स्क्वायर में नवनिर्मित शुभदर्शिनी मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल का उद्घाटन आसनसोल के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने फीता काटकर किया. इस अवसर पर आसनसोल नगर निगम के मेयर विधान उपाध्याय, जामुड़िया के विधायक हरेराम सिंह, आसनसोल दुर्गापुर प्राधिकरण के चेयरमैन कवि दत्त, रानीगंज के विधायक तापस बनर्जी, रानीगंज बोरो चेयरमैन मुजम्मिल शहजादा, पार्षद अख्तरी खातून, अस्पताल के निदेशक शांति स्वरूप पारी, गायत्री शुभदर्शिनी पारी, रतिकांत राउथ, लक्ष्मी प्रिया मुख्य रूप से उपस्थित थे. शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि स्वास्थ्य और शिक्षा दो सबसे अहम विषय हैं जिस पर लगातार काम होते रहना चाहिए. वह चाहे सरकार करे या निजी स्रोत से, लेकिन लगातार काम होते रहना चाहिए. उन्होंने रानीगंज में इस मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल के खुलने पर खुशी जतायी. उन्होंने कहा कि इससे यहां के लोगों को काफी सुविधा होगी. वह अस्पताल प्रबंधन से अनुरोध करेंगे कि वह हफ्ते में काम से कम एक या दो दिन जरूरतमंद तबके के लोगों के इलाज के लिए कोई विशेष प्रबंध करें ताकि यहां के गरीब तबके के लोगों का भी उच्चस्तरीय इलाज हो सके. सांसद के तौर पर उनकी एक आशा है कि आसनसोल में एक बड़ा मेडिकल कॉलेज अस्पताल खुले जिसमें विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध हों. वहीं मेयर विधान उपाध्याय ने कहा कि उन्हें अस्पताल के खुलने पर बहुत खुशी है. रानीगंज के इस अस्पताल प्रबंधन से जुड़े लोग उनसे मिलने आये थे तो उन्होंने आश्वासन दिया था कि आसनसोल नगर निगम की तरफ से हर प्रकार का सहयोग किया जायेगा.इसके साथ ही उन्होंने सांसद शत्रुघ्न सिन्हा को भी धन्यवाद दिया जो उद्घाटन के अवसर पर उपस्थित हुए. आसनसोल दुर्गापुर विकास प्राधिकरण के चेयरमैन कवि दत्ता ने कहा कि जिस तेजी से आसनसोल और दुर्गापुर दोनों शहरों का विलय होते जा रहा है इससे यह एक बहुत बड़ी मेट्रो सिटी बन जायेगी. जहां सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी. पहले आसनसोल से दुर्गापुर जाते समय या दुर्गापुर से आसनसोल जाते वक्त रास्ता काफी सुनसान दिखता था. लेकिन आज धीरे-धीरे यहां पर हॉस्पिटल, स्कूल, शॉपिंग मॉल आदि खुल रहे हैं, जिससे इस जगह की कीमत बढ़ रही है. विधायक हरेराम सिंह ने कहा कि अस्पताल के वाइस प्रेसिडेंट रोनी मुखर्जी के साथ उनकी काफी पुरानी जान पहचान है. वह हमेशा यहां पर एक अस्पताल खोलने के बात कहते थे. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी भी कहती हैं कि जब भी कोई कहीं पर अस्पताल खोलना चाहे तो प्रशासन की तरफ से उसकी पूरी मदद करनी होगी. नेत्री की ऐसी बात को मद्देनजर रखते हुए अस्पताल प्रबंधन से जुड़े लोगों को पूरी मदद का आश्वासन दिया गया है. श्री सिंह ने अस्पताल प्रबंधन से जुड़े लोगों से अनुरोध किया कि यहां के स्थानीय लोगों को अस्पताल में रोजगार उपलब्ध कराने के बारे में भी वे सोच विचार करें. इस अवसर पर एक रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया. जबकि अंडाल के अनाथाश्रम के बच्चों ने अतिथियों को राखी पहनायी.
फिलहाल 200 बेड होंगे चालू
अस्पताल के उपाध्यक्ष रोनी मुखर्जी ने बताया कि 300 बेड का यह अस्पताल बनाया गया है. फिलहाल अभी 200 बेड चालू किये गये हैं. जहां पर एंडोक्रिनलॉजी, ऑन्कोलॉजी, पेडियाट्रिक, जिरियाट्रिक्स सहित विभिन्न विभागों की चिकित्सा उपलब्ध होगी. यहां पर विभिन्न फैकल्टी के डॉक्टर उपलब्ध रहेंगे. पूरे भारत से इन डॉक्टरों को यहां पर लाया गया है और विश्व स्तरीय चिकित्सा उपलब्ध होगी. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य साथी के लिए आवेदन किया गया है. बहुत जल्दी सरकार से अनुमोदन मिल जाने के बाद यहां पर यह सुविधा भी उपलब्ध होगी. रानीगंज में इस अस्पताल को बनाने की वजह पर उन्होंने कहा कि पश्चिम बर्दवान जिले में जनसंख्या के मुताबिक उतने हॉस्पिटल नहीं हैं. इस वजह से यहां पर इस अस्पताल को बनाया गया है. उन्होंने दावा किया कि यहां पर विश्व स्तरीय चिकित्सा उपलब्ध होगी. कार्यक्रम में अस्पताल की एचआर डी मीनाक्षी दास की भूमिका अहम रही.
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