आसनसोल.
काजी नजरुल विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग के तत्वावधान में नेशनल एसोसिएशन ऑफ ज्योग्राफर्स इंडिया(नेगी) के सहयोग से यहां रबींद्र भवन में आठवां नेगी अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन शुरू हो गया. तीन दिवसीय सम्मेलन में भूमि, जल, जलवायु के भविष्य को लेकर देश के विभिन्न स्थानों से आये वैज्ञानिक व शोधार्थी अपने-अपने विचार रखेंगे. मौके पर नेगी के अध्यक्ष प्रोफेसर श्रीकुमार चट्टोपाध्याय, महासचिव प्रोफेसर आशीष साहा, प्रोफेसर सलाउद्दीन कुरैशी, इसीएल के निदेशक-तकनीकी विभाग नीलाद्रि राय, प्रोफेसर जेएन राय, कुंतलकांति चट्टराज, पारोमिता राय, सजल बंद्योपाध्याय, डॉ शशांक घोष आदि मौजूद थे. डॉ शशांक घोष ने बताया कि नेगी के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में देश के विभिन्न हिस्सों से भूगोल के क्षेत्र में शोध करनेवाले छात्र-छात्राएं और वैज्ञानिक शामिल हुए हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है