दुर्गापुर महकमा अस्पताल व नर्सिंग होम में चार रोगी उपचाराधीन उल्टी व दस्त के लक्षण वालों की जांच कर रहे विशेषज्ञ गांव में कई नलकूप व चापाकल किये गये सील, पानी के नमूने भेजे गये लैब
पानागढ़. बीते 24 घंटों के अंदर पश्चिम बर्दवान के कांकसा ब्लॉक क्षेत्र के मलानदीघी ग्राम पंचायत के कुलड़िहा ग्राम में डायरिया से पीड़ित दो महिलाओं की मौत हो गयी. सोमवार देर रात एक महिला उर्मिला मुर्मू(35) की बर्दवान अस्पताल और मंगलवार को दोपहर दूसरी महिला लक्खी हांसदा(40) की दुर्गापुर के निजी अस्पताल में मौत हो गयी. इस गांव से ही डायरिया से पीड़ित चार अन्य महिलाएं दुर्गापुर महकमा अस्पताल में भर्ती करायी गयी हैं.उनमें भूखी हांसदा नामक महिला रोगी को हालत गंभीर होने से विधाननगर के निजी अस्पताल में शिफ्ट करना पड़ा है. घटना को लेकर ब्लॉक प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद गांव में एक मेडिकल टीम पहुंच कर उल्टी व दस्त के लक्षणवाले लोगों की जांच-पड़ताल में लग गयी है.
ध्यान रहे कि बीते कुछ दिनों से इस इलाके के कुछ लोग उल्टी व दस्त से परेशान हैं. शनिवार को सबसे पहले उर्मिला मुर्मू को दुर्गापुर महकमा अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से उसे रविवार को बर्दवान मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया. वहां ले जाने पर महिला की सोमवार रात डायरिया से मौत हो गयी. दूसरी महिला लक्खी हांसदा की भी दुर्गापुर के निजी अस्पताल में अतिसार से दम तोड़ दिया. सील किये गये नलकूपइस बीच, डायरिया प्रभावित गांव के नलकूपों व चापाकल को स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने सील कर दिया है. पानी के नमूने लेकर जांच के लिए लैब में भेजे गये हैं. गांव में शुद्ध पेयजल पहुंचाने के लिए पाइपलाइन बिछायी गयी है. लेकिन पानी अभी गांव में नहीं आया है. डायरिया ग्रस्त महिला भूखी के पति मुथू हांसदा ने बताया कि उसकी पत्नी का सिर घूमने लगा था और उल्टी व दस्त हो रहे थे. जब वह बेहोश हो गयी, तो उसे पहले दुर्गापुर महकमा अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहां हालत नहीं संभली, तो महिला को विधाननगर के निजी अस्पताल में शिफ्ट करना पड़ा है. बाकी बीमार लोगों का दुर्गापुर महकमा अस्पताल में इलाज चल रहा है.
गांव में टैंकर से पहुंचाया जा रहा पेयजल
घटना के बाद पंचायत की ओर से टैंकरों के जरिये उक्त गांव में पेयजल पहुंचाया जा रहा है. सोमवार को एक बार पानी दिया गया था. गांव का पानी खराब है. मजबूरन नलकूपों का पानी पीने से लोग बीमार पड़े हैं. मामले को लेकर भाजपा विधायक लखन घरुई ने कहा, ””””शुद्ध पेयजल की कमी से ऐसी घटनाएं हो रही हैं. प्रधानमंत्री घर-घर जल योजना के जरिये शुद्ध पानी पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन राज्य सरकार इस योजना का नाम ही बता रही है. पानी तक गांववालों को नहीं पहुंचाया जा रहा है. इस दुर्भाग्यपूर्ण है.” विधायक ने आगे कहा कि एक के बाद एक ग्रामीण दूषित जल पीकर बीमार पड़ रहे हैं और राज्य सरकार बेफिक्र बनी हुई है. इस बाबत तृणमूल संचालित कांकसा पंचायत समिति के सभाधिपति भवानी प्रसाद भट्टाचार्य ने कहा, “गांव में मेडिकल टीम भेजी गयी है. एंबुलेंस की भी व्यवस्था है, ताकि बीमार पड़ने पर किसी को भी तुरंत अस्पताल पहुंचाया जा सके. 31 दिसंबर तक गांव के हर घर तक पेयजल पहुंच जायेगा.”
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