आसनसोल. आसनसोल साउथ थाना क्षेत्र के फतेहपुर बराचक इलाके में दो कॉल सेंटरों में हुई छापेमारी में गिरफ्तार आरोपियों से पुलिस को कई नयी जानकारी मिली है. विदेशी कॉल को लंबा खींचने के लिए कॉल सेंटर को प्रति मिनट 30 पैसे के हिसाब से चाइनीज कंपनी भुगतान करती थी. इस मामले में दुर्गापुर विधाननगर इलाके के निवासी रंगन गुहा का नाम सामने आया है. जो अक्सर दुबई में रहता है और द्वितीय श्रेणी के दूरसंचार कंपनी का मालिक है और इस अपराध में वह सीधे तौर पर शामिल है. पुलिस रिमांड में आरोपियों से मिली सारी जानकारी को सबूतों के आधार पर पुख्ता करने में पुलिस जुटी हुई है. पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय व साइबर क्राइम) डॉ. अरविंद आनंद ने बताया कि कॉल सेंटर से जब्त लैपटॉप, डेस्कटॉप सहित अन्य सारे सामानों को साइबर फॉरेंसिक लैब में भेजा गया है, वहां से रिपोर्ट आने के बाद सच्चाई पूरी तरह से बाहर आयेगी. कई लोगों से इस विषय में पूछताछ की जा रही है. विशेषज्ञों की भी मदद ली जा रही है.
गौरतलब है कि गत 19 सितंबर को कमिश्नरेट की खुफिया विभाग (डीडी) और साइबर क्राइम थाने की टीम ने संयुक्त रूप से आसनसोल साउथ थाना क्षेत्र के फतेहपुर बराचक इलाके में दो कॉल सेंटरों की छापेमारी कर एकदम चौंका देनेवाले कांड का खुलासा किया. पुलिस उपायुक्त डॉ. आनंद ने बताया कि विदेशी कॉल को इंटरसेप्ट कर डायवर्ट करके इस कॉल सेंटर में भेजा जाता था. यहां काम करनेवाली लड़कियां व महिलाएं उस कॉल को प्यार मोहब्बत की बातें करके लंबा खींचती थीं. ताकि कॉल करनेवाले से और पैसे ऐंठे जा सकें. प्राथमिक पूछताछ में खुलासा हुआ कि कोई चाइनीज कंपनी विदेशी काल को इंटरसेप्ट करके कॉल सेंटर में डायवर्ट करती थी. कॉल सेंटर का कार्य उस कॉल को लंबा खींचना होता था. कॉल सेंटर से चार लोग गिरफ्तार हुए थे. इनके खिलाफ साइबर क्राइम थाना में बीएनएस एक्ट की धारा 318(3)/319(2)/61(2), इंफॉर्मेशन एंड टेक्नॉलोजी एक्ट 2000 की धारा 66/66सी/66डी और द इंडियन टेलीग्राफ एक्ट की धारा 20/21 के तहत प्राथमिकी दर्ज हुई है.पूरे विश्व में फैला हुआ है यह नेटवर्क, हो सकता है कुछ बड़ा खुलासा
मिली जानकारी के मुताबिक इस मामले में कोई जब किसी को कॉल करता है तो उस कॉल को इंटरसेप्ट कर उसे दूसरी जगह पर डायवर्ट किया जाता है. कॉल करने वाला किसी अंजान लड़की के साथ लंबी बात फिर करने लगता है जिसके लिए उसके काफी पैसे लगते हैं. पुलिस यह देखकर हैरान है कि किस लेवल की ट्रेनिंग लड़कियों को दी गयी होगी. पुलिस के अनुसार यह कॉल सेंटर सुबह नौ बजे से रात नौ बजे तक चलता था. दोनों कॉल सेंटरों में कुल 25 लड़कियां काम करती थीं, एक भी लड़की कभी खाली नहीं बैठती थी. हर वक्त वह कॉल में उलझी रहती थी. पूछताछ में यह बात सामने आयी है कि हर लड़की प्रतिदिन औसतन 100-125 कॉल अटेंड करती थी और अंजान व्यक्ति को अपनी बातों में उलझाकर रखती थी. जो चाइनीज कंपनी कॉल इंटरसेप्ट करके इनके कॉल सेंटर में डायवर्ट करती थी, वह इस प्रकार के कई कॉल सेंटर को कॉल डायवर्ट करती थी. पुलिस उनकी भी जांच कर रही है.
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