रानीगंज.
बीते 13 वर्षों से बंद पड़ी मंगलपुर स्थित हुगली जूट मिल खोलने को लेकर गतिविधियां एक बार फिर शुरू हो गयी हैं. मिल अधिकारियों ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रखरखाव कार्य शुरू कर दिया है और उम्मीद है कि जल्द ही उत्पादन भी शुरू हो जायेगा. हुगली जूट मिल अथॉरिटी ने पूरे फैक्टरी क्षेत्र को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम कर फैक्टरी में रखरखाव कार्य के माध्यम से सोमवार से जूट मिल को खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी. कुछ दिन पहले, जूट मिल अधिकारियों ने जूट मिल गेट पर पहले से काम कर रहे श्रमिकों को फिर से नियुक्त करने के लिए आवेदन पत्र जमा करने की घोषणा की थी. इसके मुताबिक 25 नवंबर से जूट मिल गेट के मुख्य गेट पर सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक यह फॉर्म जमा करने की प्रक्रिया चल रही है. सोमवार को फैक्टरी परिसर के सामने पहुंचने पर देखा गया कि फैक्टरी के आसपास जंगल को काटकर मजदूर साफ-सफाई के काम में लगे हुए थे. लगभग 850 श्रमिकों ने पहले ही जूट मिल अधिकारियों को जूट मिलों में फिर से काम पर लगने के लिए आवेदन जमा कर दिया है. इससे पहले, यह देखा गया था कि श्रमिक संघों ने श्रमिकों को सात विषयों पर जानकारी के साथ फॉर्म भरने का निर्देश दिया था, जो कि अधिकांश श्रमिकों के पास था. उनके साथ श्रमिकों ने बताया कि उन्होंने इस आवेदन पत्र में सभी जानकारियों का उल्लेख करते हुए आवेदन पत्र जमा किया है.मालूम हो कि वे हर दिन 50 लोगों के आवेदन स्वीकार कर रहे हैं और इन आवेदनों को प्राप्त करने के बाद उन्होंने कुछ श्रमिकों को बारी-बारी से फैक्टरी अधिकारियों से संपर्क करने का समय दिया है, ताकि सभी दस्तावेजों की ठीक से जांच की जा सके. हालांकि, कई श्रमिकों को अभी भी डर है कि उन्हें यहां काम करने के लिए नियुक्त किये जाने के बाद अधिकारी फैक्टरी बंद होने के दौरान जो भत्ता देते थे, जिसे फौला भत्ता के नाम से जाना जाता है, वह कुछ महीनों के लिए फैक्टरी चलाने के नाम पर दिया जायेगा.
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