कोलकाता, विकास गुप्ता : रूबी इलाके से एक परिवार के कुछ सदस्य रविवार सुबह गंगा किनारे स्थित उत्तर कोलकाता के भूतनाथ मंदिर में पूजा के लिए आये थे. उन्होंने घाट पर गाड़ी खड़ी की और गंगाजल लेने चले गये. वे अपने साथ लाये किशोर को गाड़ी में ही छोड़कर घाट में पानी लेने उतरे थे. कार में गियर न्यूट्रल होने के कारण अचानक चक्का पीछे की ओर घूमने के कारण कार धीरे-धीरे लुढ़कते हुए गंगा नदी में समाने लगी. उस समय किशोर कार के भीतर ही मौजूद था.
कार से भीतर से शोर मचाकर मदद मांगने लगा किशोर
बताया जा रहा है कि रविवार सुबह करीब 8.30 बजे हुई इस घटना में कार को गंगा नदी में समाते हुए देखकर भीतर डूब जाने के डर से किशोर शोर मचाकर आसपास खड़े लोगों से मदद मांगने लगा. इसके कारण कुछ पल के लिए वहां अफरातफरी की स्थिति व्याप्त हो गई. कार को गंगा नदी की पानी में समाते देख नीमतला घाट के पास ड्यूटी पर तैनात ट्रैफिक पुलिस की नजर लोगों के चिल्लाने पर पड़ी. किशोर की चीख को सुनकर उस इलाके में तैनात ट्रैफिक पुलिस के कर्मी की नजर पड़ने पर तुरंत उन्होंने डीएमजी को इसकी खबर दी. इसके साथ ही उन्होंने खूद कार से किशोर को बाहर निकालने का प्रयास शुरू किया.
रिवर ट्रैफिक पुलिस एवं डीएमजी की टीम की मदद से बची जान
बताया जा रहा है कि रिवर ट्रैफिक पुलिस और आपदा प्रबंधन विभाग टीम (डीएमजी) की मदद से किशोर को डूबते वाहन से बचाया गया. पता चला है कि कार की खिड़की काटकर किशोर को सुरक्षित बाहर निकाला गया. इसके बाद आपदा प्रबंधन विभाग की टीम एक क्रेन को वहां लाकर क्रेन की मदद से पानी में डूबी हुई कार को पानी से बाहर निकालने में कामयाब हो गये. पुलिसकर्मियों का प्रारंभिक अनुमान है कि गाड़ी न्यूट्रल स्थिति में होने के कारण उसका चक्का पीछे की और लुढ़कने लगा. आम लोगों के साथ पुलिस की मदद से किशोर को बचा लेने के कारण बड़ा खतरा टल गया है, इधर, इस घटना से चिंतित परिवार के सदस्यों के चेहरे पर अपने बच्चे को सुरक्षित पाकर खुशी लौट आई. पुलिस का कहना है कि कार कैसे गंगा नदी में समा गई, पुलिस इसका पता लगा रही है. कार को यांत्रिक जांच के लिए कब्जे में लिया गया है.
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