बांकुड़ा.
जिले के ओंदा के निकुंजपुर में भाजपा की चुनावी सभा के मंच से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस व उसकी मुखिया पर खूब हमला बोला. उनके चले जाने के बाद अगले दिन सोमवार को उसी मंच से तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री के हमलों का जवाब दिया. आम चुनाव के छठे दौर में 25 मई की वोटिंग से पहले जंगलमहल में प्रधानमंत्री ने एक दिन में ही चुनावी माहौल को गरमा दिया है. प्रधानमंत्री को जवाब देने के लिए सोमवार को निकुंजपुर में तैयार मंच से ही ममता बनर्जी ने करारा पलटवार किया. बीते शनिवार से लेकर मुख्यमंत्री को जंगलमहल में चुनाव प्रचार में कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है. इसी क्रम में सोमवार को निकुंजपुर में बने उसी मंच से ममता ने प्रधानमंत्री के हमलों का जवाब दिया. जनता से पूछा कि आपको केंद्र से मुफ्त में रसोई गैस मिली, मुफ्त में बिजली मिली क्या? इस पर उपस्थित जन-समूह ने ‘ना’ कहा, तो ममता बोलीं – यही है मोदी की गारंटी. असल में उनकी देश की सत्ता से विदाई का समय आ गया है. इससे पहले शनिवार को बिष्णुपुर सीट से तृणमूल प्रार्थी सुजाता मंडल के समर्थन में ममता ने प्रचार किया था. फिर रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओंदा के निकुंजपुर में चुनावी रैली की. मोदी की सभा के समय ही ममता ने बांकुड़ा शहर में रोड शो किया. शाम को पार्टी को निर्देश आया कि ममता बनर्जी सोमवार को निकुंजपुर में सभा करेंगी. जिस मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ममता पर वार किया था, वहीं से ममता ने पलटवार किया. बीते डेढ़ माह में मुख्यमंत्री ने बांकुड़ा, रायपुर, पात्रसायर, बिष्णुपुर व निकुंजपुर में कई जनसभाएं व रोड शो किये हैं. रविवार को जिस तरह से ममता व तृणमूल पर प्रधानमंत्री ने हमला बोला, उससे यहांं की सत्ताधारी तृणमूल असहज हो गयी है. इसलिए मोदी के लिए बने मंच को खोलने के बजाय एक रात के लिए उस मंच से तृणमूल सुप्रीमो ने चुनावी सभा की. ममता के मुताबिक प्रधानमंत्री ने 10 करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था, पर उसे नहीं निभाया. लेकिन राज्य के पास 10 लाख नौकरियां तैयार हैं. लेकिन कानूनी पचड़ों व केस दर्ज होने से नौकरियां बंद हो जाती हैं. निकुंजपुर से ममता ने फिर विष्णुपुर संसदीय सीट के भाजपा प्रत्याशी सौमित्र खां को आड़े हाथ लिया. कटाक्ष किया कि यहां इसी मंच से प्रधानमंत्री को जिसने मां शारदा की तस्वीर भेंट की, उसके चरित्र को देखते हुए यह शोभा नहीं देता. ध्यान रहे कि रविवार को प्रधानमंत्री ने भारत सेवाश्रम संघ, रामकृष्ण मिशन व इस्कॉन के बारे में ममता की टिप्पणियों की तीखी निंदा की है. इसके बाद से मां शारदा, रामकृष्ण मिशन, विवेकानंद पर ममता के सुर नरम पड़ गये. ममता को सफाई देनी पड़ी कि वह रामकृष्ण मिशन नहीं, व्यक्ति विशेष के बारे में कह रही थीं. कार्तिक महाराज आश्रम चलायें, आपत्ति नहीं है. लेकिन यदि वह भाजपा करते हैं, तो इस पर उन्हें ऐतहाज है. इस पर विष्णुपुर सीट के भाजपा प्रार्थी सौमित्र खां ने कहा, “सुना है कि भतीजा मंगलवार को फिर बांकुड़ा के सालतोड़ा आ रहा है. बिष्णुपुर को भी पीसी-भाइपो (बुआ-भतीजे) ने कई बार घूम कर देख लिया है. वे अपने उम्मीदवार को नहीं जिता पायेंगे.”डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है