श्रीकांत शर्मा, कोलकाता : पश्चिम बंगाल में ट्रेनों में बेटिकट यात्रियों पर अंकुश लगाने के लिए पूर्व रेलवे (Eastern Railway) द्वारा समय-समय पर अभियान चलाया जाता है. इसके बावजूद यात्री ऐसा करने से बाज नहीं आ रहे हैं. यह खुलासा रेलवे द्वारा एक आंकड़े से होता है. इसमें बताया गया है कि 2023 के अप्रैल माह में 1.30 लाख लोगों ने अनिधिकृत रूप से रेल यात्रा की थी. इस वर्ष ऐसे यात्रियों की संख्या में 15.14 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी है. पूर्व रेलवे के अनुसार, इस वर्ष सिर्फ अप्रैल में हावड़ा, आसनसोल, सियालदह और मालदा मंडल में कुल 1.50 यात्री बेटिकट पकड़े गये.
अप्रैल 2024 में जुर्माने से रेलवे को प्राप्त राजस्व में 12.07 प्रतिशत की हुई वृद्धि
यह भी बात है कि बेटिकट यात्रा करने वालों की संख्या भले कम नहीं हो रही है, लेकिन इससे रेलवे का खजाना भर रहा है. इस वर्ष अप्रैल में पूर्व रेलवे के वाणिज्यीक विभाग द्वारा चारों मंडलों में बेटिकट यात्रियों से 7.55 करोड़ रुपये बतौर जुर्माना वसूले गये.पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मित्रा ने बताया कि बेटिकट और अनधिकृत टिकट पर यात्रा के खिलाफ स्टेशनों और ट्रेनों में समय-समय पर अभियान चलाया जाता है. ऐसे यात्रियों पर जुर्माना भी लगाया जाता है. अप्रैल 2024 में जुर्माने से रेलवे को प्राप्त राजस्व में 12.07 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
अप्रैल 2023 में अनधिकृत यात्रियों से तीन करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला
पूर्व रेलवे के वाणिज्यीक विभाग ने अप्रैल 2023 में अनधिकृत यात्रियों से तीन करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला था. वित्तीय वर्ष 2024-25 में अनधिकृत रेल टिकटों से यात्रा करने वालों को पकड़ने में जहां हावड़ा मंडल अव्वल रहा वहीं आसनसोल मंडल में इस मद में प्राप्त हुए राजस्व का आंकड़ा दो करोड़ रुपये और सियालदह मंडल में 1.64 करोड़ रुपये रहा.
अप्रैल 2024 में यात्रियों से वसूले गये जुर्माने का आंकड़ा
- हावड़ा मंडल 3 करोड़
- आसनसोल मंडल 2 करोड़
- सियालदह मंडल 1.64 करोड़
- मालदह मंडल 0.863 करोड़