Ration Scam : लोकसभा चुनाव के बाद केंद्रीय जांच एजेंसी एक बार फिर सक्रिय हो गई है. ईडी (ED) के अधिकारियों ने पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में तृणमूल कांग्रेस के दो नेताओं के आवासों समेत अन्य मिलों और कार्यालयों को मिलाकर कुल 10 स्थानों पर एक साथ छापेमारी अभियान चलाया है.ज्योतिप्रिय मल्लिक के करीबी चावल मिल मालिक बारिक विश्वास पर ईडी की विशेष नजर है. उनके राजरहाट आवास, बारासात, बशीरहाट के कई पतों पर तलाशी अभियान चल रहा है.
करोड़ों रुपये के राशन वितरण घोटाले की चल रही जांच
यह कार्रवाई करोड़ों रुपये के राशन वितरण घोटाले की चल रही जांच का हिस्सा है. अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय बलों के साथ ईडी अधिकारियों ने राजरहाट, बारासात, बशीरहाट, भांगर और देगंगा में छापेमारी की.एक अधिकारी ने बताया, चावल और आटा मिलों के साथ-साथ ऐसे व्यवसाइयों के कार्यालयों पर भी छापेमारी की गई जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से घोटाले में शामिल हैं. इनमें देगंगा के दो तृणमूल कांग्रेस नेता भी शामिल हैं, जिनकी मिलों की तलाशी ली जा रही है.ईडी घोटाले में कथित भूमिका के लिए राज्य के वन मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक (पूर्व खाद्य मंत्री) को गिरफ्तार कर चुकी है.
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खाद्य मंत्री के करीबी राशन भ्रष्टाचार मामले में हैं शामिल
इसके अलावा फ्लैट के नीचे रखी बारिक बिस्वास की दो लग्जरी कारों की भी तलाशी ली गई. जांच सूत्रों के मुताबिक, वे दोनों कारें उनकी कंपनी के नाम पर हैं. इसके अलावा ईडी के अधिकारियों ने देगंगा के कारोबारी मुकुल रहमान और भंडार के तृणमूल (टीएमसी) नेता कैसर अहमद के भाई के घर पर भी छापेमारी की. राशन भ्रष्टाचार के मामले में पूर्व खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक और उनके करीबी कारोबारी बकीबुर रहमान को ईडी पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. उनके साथ बारिक बिस्वास और मुकुल रहमान का नाम सामने आया. इन सभी के पास चावल मिलें हैं और वे विभिन्न व्यवसायों से भी जुड़े हुए हैं. ईडी की जानकारी के मुताबिक खाद्य मंत्री के करीबी ये कारोबारी इतने बड़े राशन भ्रष्टाचार मामले में शामिल हैं.
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ईडी का दावा बारिक विश्वास कई तस्करी में शामिल
ईडी सूत्रों के मुताबिक, बशीरहाट के संग्रामपुर का कारोबारी बारिक विश्वास सोने की तस्करी, गाय तस्करी और कोयला तस्करी के मामलों में भी शामिल थे 2014 में उन्हें सोने की तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया गया था. ईडी के अधिकारियों का मानना है कि बारिक विश्वास ने राशन वितरण घोटाले में भारी मात्रा में पैसा सोना और ईंट भट्ठा कारोबार में निवेश किया था.