मानसून के दस्तक देते ही पश्चिम बंगाल में डेंगू (Dengue) पाव पसारने लगा है. डेंगू को लेकर राज्य स्वास्थ्य विभाग ने पहले ही सभी नगर निकायों को सचेत कर दिया है. जिसके मद्देनजर कोलकाता नगर निगम भी सचेत हो चुका है. डेंगू को लेकर महानगर में अब वार्ड स्तर पर लोगों को जागरूक किया जायेगा. उधर, शनिवार को निगम में आयोजित ””टॉक टू मेयर”” कार्यक्रम के समाप्त होने पर मेयर फिरहाद हकीम ने संवाददाताओं को बताया कि, कोलकाता में पिछले साल की तुलना में अब तक डेंगू नियंत्रित दिख रहा है. उन्होंने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस साल डेंगू के मामलों में 37 फिसदी की गिरावट आयी है.
पिछले साल की तुलना में डेंगू के मामले कम
बताया कि पिछले साल जनवरी से जुलाई महीने के प्रथम सप्ताह तक डेंगू के 179 मरीज मिले थे. जबकि, इस साल जुलाई महीने की प्रथम सप्ताह तक डेंगू ने 112 लोगों को शिकार बनाया था. मेयर ने बताया कि, डेंगू को लेकर आम लोगों को और अधिक सचेत रहने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि किसी सरकार व नगर निगम अकेले अपने दम पर डेंगू को मात नहीं दे सकते. लोगों को जागरूक होना चाहिए. जहां-तहां डाब को खोल, टूटे बर्तन और पानी जमा कर नहीं रखे. क्योंकि डेंगू के लार्वा साफ पानी में ही पनपते हैं.
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ग्रामीण इलाकों में भी पांव पसार रहा है डेंगू
कोलकाता के मेयर व राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने बताया कि अब डेंगू शहरी क्षेत्रों में ही नहीं बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी पांव पसार रहा है. क्योंकि गांव में शहरीकरण की वजह से लोग छतदार मकान में रह रहे हैं. ऐसे में छतों पर पानी जमने के कारण डेंगू फैलाने वाले मच्छर पनप रहे हैं. मेयर ने सप्ताह में एक दिन छत व घर के आस-पास साफ सफाई करने की अपील की. मेयर ने बताया कि महानगर में जल्द ही डेंगू को लेकर निगम की ओर से प्रचार अभियान चलाया जायेगा.
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