WB Assembly : पश्चिम बंगाल विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) के साथ भाजपा विधायकों ने पश्चिम बंगाल विधानसभा के बाहर सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल ने कहा, हम विधायक हैं, लेकिन आज हमने अपना पेशा बदलने के बारे में सोचा, एक दिन हमने बंगाल के गरीब लोगों को 10 रुपये में आलू बेचने के बारे में सोचा है, क्योंकि गरीब लोगों के पास कोई काम नहीं है, युवा राज्य छोड़कर दूसरे राज्यों में जा रहे हैं. केरल के वायनाड में बहुत से लोगों की मौत हो गई जो बंगाल से वहां काम के लिए गए थे.
ममता बनर्जी बहुत अच्छी अदाकारा है : अग्निमित्रा पॉल
भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल ने कहा एक महीने पहले ममता बनर्जी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि सभी अधिकारियों को वहां जाना होगा और कीमत कम करनी होगी. एक महीना बीत गया, कुछ नहीं हुआ. ये सब नाटक है, वे बहुत अच्छी अदाकारा है, वे हर महीने किसी मुद्दे को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करती हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं होता. मुख्य समस्या बिचौलिए हैं, बिचौलिए सारा पैसा ले लेते हैं. एक नहीं बल्कि 2-3 बिचौलिए हैं, सभी टीएमसी कैडर हैं, वो सारा पैसा ले लेते हैं. इसलिए जब तक कोई समाधान नहीं निकलता, हम 10 रुपये में आलू बेच रहे हैं.
बिजली की दरों में वृद्धि का भी उठा मुद्दा
इसी बीच विधानसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक शंकर घोष सहित अन्य भाजपा विधायकों ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार के स्वामित्व वाली और निजी बिजली कंपनियां असामान्य रूप से बिजली की दरें बढ़ा रही हैं, जिससे आम आदमी प्रभावित हो रहा है. इस पर कृषि मंत्री ने दावा किया कि राज्य में सरकार के नियंत्रण वाली बिजली कंपनी डब्ल्यूबीएसईडीसीएल की बिजली दरें देश में सबसे कम हैं, जबकि कोलकाता में निजी बिजली कंपनी सीईएससी को सरकार ने अपना स्लैब तर्कसंगत और किफायती रखने के लिए कहा है. सरकार के जवाब से असंतुष्ट होकर सदन में मौजूद करीब 30 भाजपा विधायकों ने ”एतो दाम खाबो की?” (यह इतना महंगा है, हम क्या खाएंगे?) जैसे नारे लिखी तख्तियां और कागज की खाली प्लेटें लेकर प्रदर्शन करते हुए सदन से बाहर निकल गये.
बिजली मंत्री ने किया पलटवार
शुभेंदु के नेतृत्व में विधायकों ने विधानसभा गेट के बाहर भी विरोध प्रदर्शन किया. इसके जवाब में मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने राज्य की बिजली कंपनी ‘पश्चिम बंगाल स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड’ (डब्ल्यूबीएसईडीसीएल) की बिजली दर को देश की न्यूनतम बिजली दरों में से एक बताया. बिजली मंत्री अरूप विश्वास ने कहा कि भाजपा शासित राज्यों में बिजली दरें बढ़ाई गई हैं, लेकिन पश्चिम बंगाल में डब्ल्यूबीएसईडीसीएल प्रति यूनिट 7.12 रुपये की दर से बिजली उपलब्ध करा रही है. वर्ष 2016 के बाद अब तक बिजली की दरों की राज्य सरकार ने किसी प्रकार की बढ़ोतरी नहीं की है.
भाजपा विधायकों के वाकआउट पर विधानसभा अध्यक्ष ने जताई नाराजगी
वहीं, भाजपा के वाकआउट और विरोध प्रदर्शन पर विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने नाराजगी जताते हुए बाद में संवाददाताओं से कहा कि उनका एक राजनीतिक एजेंडा था. अन्यथा जब मैंने उन्हें प्रस्ताव पेश करने की अनुमति दी थी और सदन में इसपर चर्चा हुई, तो वे वाकआउट और इस तरह का विरोध क्यों करते.