कोलकाता. दुर्गापूजा की छुट्टियों के बाद सोमवार से राज्य सचिवालय सहित पश्चिम बंगाल सरकार के सभी कार्यालयों में कामकाज शुरू हुआ है. इसी बीच, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कैबिनेट की बैठक भी बुलायी है. दुर्गापूजा के बाद यह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अध्यक्षता में होने वाली पहली कैबिनेट बैठक है. इस बैठक के कुछ दिनों बाद ही कालीपूजा, दिवाली, छठ पूजा व जगधात्री पूजा का आयोजन होगा, इसलिए बैठक के दौरान मुख्यमंत्री इसे लेकर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं भी कर सकती हैं. मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होने वाली कैबिनेट बैठक में राज्य मंत्रिमंडल के सदस्यों के अलावा मुख्य सचिव, गृह सचिव सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे. उल्लेखनीय है कि राज्य में अगले महीने छह विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होना है, इसलिए उपचुनाव के पहले यह कैबिनेट बैठक काफी अहम मानी जा रही है. गौरतलब है कि कैबिनेट बैठक आमतौर पर हर महीने 15 दिन के अंतराल पर होती है. कभी-कभी जरूरी जरूरतों के लिए सात दिनों के भीतर बैठक बुलायी जाती है. इस बार पूजा के बाद कैबिनेट की पहली बैठक गुरुवार को है. सोमवार को मुख्य सचिव मनोज पंत ने सर्कुलर जारी कर यह जानकारी दी है. बैठक में वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव, गृह एवं पर्वतीय कार्य विभाग के प्रधान सचिव, भूमि एवं भूमि सुधार विभाग, शरणार्थी राहत एवं पुनर्वास विभाग के सचिव एवं अधिकारियों को भी उपस्थित रहने को कहा गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है