संवाददाता, कोलकाता
कोल इंडिया लिमिटेड (सीआइएल) ने अगले दो साल में अपनी अनुषंगी कंपनियों के लिए कोयले की ई-नीलामी आयोजित करने को निजी सेवा प्रदाताओं से बोलियां आमंत्रित करते हुए एक निविदा जारी की है. अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी. इस साल जनवरी में आंतरिक ई-नीलामी मंच पर जाने के बावजूद यह फैसला किया गया है.
हितधारकों ने बताया कि इस कदम से एमएसटीसी और एमजंक्शन जैसे बाहरी ई-नीलामी सेवा प्रदाता (जो लगभग दो दशक से इलेक्ट्रॉनिक मंच के जरिये सीआइएल की नीलामी का प्रबंधन कर रहे हैं) भ्रमित हैं और वे निविदा में हिस्सा लेने के बारे में निर्णय लेने से पहले अधिक स्पष्टता चाहते हैं. आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 27 नवंबर है.
अधिकारियों ने बताया कि सीआइएल ने अपनी अनुषंगी कंपनी सीएमपीडीआइ को राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआइसी) के सहयोग से आंतरिक कोयला ई-नीलामी प्रणाली लाने के लिए नियुक्त किया. 2023 में सफल परीक्षण करने के बाद जनवरी, 2024 में आंतरिक मंच में सफलतापूर्वक बदलाव लाया गया. एक अधिकारी ने बताया कि प्रणाली के प्रदर्शन के बारे में शिकायतें मिली हैं, जिसके कारण कोल इंडिया को अपनी ई-नीलामी के लिए बाहरी मंचों की तलाश करनी पड़ी है. ई-नीलामी मंच के माध्यम से सीआइएल की कोयला मात्रा सितंबर, 2024 तक करीब छह करोड़ टन पर पहुंचने का अनुमान है.
कोल इंडिया के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि ई-नीलामी आयोजित करने के लिए सेवा प्रदाताओं को शामिल करने का मकसद अधिक विकल्प उपलब्ध कराना है. सीआइएल को बदलते बाजार और उपभोक्ता आवश्यकताओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए तैयार रहना है.
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