संवाददाता, कोलकाता
चक्रवाती तूफान डाना की वजह से राज्य के नौ जिलों में व्यापक असर पड़ने की संभावना है, जिनमें कोलकाता शहर के साथ-साथ पूर्व मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना, हावड़ा, हुगली, झाड़ग्राम व मेदिनीपुर जिले शामिल हैं. इन नौ जिलों में से आठ जिलों में धान की खेती होती है और चक्रवात का खेती पर भी असर पड़ सकता है. इस संबंध में बुधवार को राज्य के कृषि मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने किसानों को आश्वस्त करते हुए कहा कि चक्रवात की वजह से जिन किसानों की खेती नष्ट होगी, उनको राज्य सरकार की ओर से फसल बीमा के माध्यम से मुआवजा प्रदान किया जायेगा.
उन्होंने कहा कि चक्रवात की वजह से फसल को हुए नुकसान के संबंध में कृषि विभाग को जानकारी देनी होगी, इसके बाद ही कृषि विभाग द्वारा मुआवजा सीधे किसानों के बैंक खातों में भेज दिया जायेगा. श्री चट्टोपाध्याय ने बताया कि कृषि विभाग ने एक निर्देशिका जारी कर किसानों से 80 प्रतिशत पके धान को खेत से काटने की सलाह दी थी और अब तक इन जिलों में 97 प्रतिशत पके धान काट कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिये गये हैं. खेतों में मात्र तीन प्रतिशत धान बचे हैं, जो गुरुवार तक काट लिये जायेंगे.
उन्होंने बताया कि अमन धान अभी पूरी तरह से नहीं पके हैं, इसलिए चक्रवात से अमन धान को नुकसान होने की संभावना है. हालांकि उन्होंने आश्वस्त किया कि चक्रवात से हुए नुकसान के लिए किसानों को राज्य सरकार द्वारा उचित मुआवजा दिया जायेगा.
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