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टैब कांड के पीछे जामताड़ा गैंग : सीएम

राज्य सरकार की 'तरुणेर स्वप्न' योजना के तहत 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्र- छात्राओं को टैब खरीदने के लिए राशि दी जाती है. लेकिन हाल ही में इस प्रोजेक्ट के तहत एक बड़े फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ है. टैब के लिए रकम हड़पने के नौ हजार मामले सामने आये हैं. ज्यादातर मामले उत्तर दिनाजपुर जिले के चोपड़ा से सामने आये हैं. इस मामले में पश्चिम बंगाल पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

कोलकाता.

राज्य सरकार की ”तरुणेर स्वप्न” योजना के तहत 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्र- छात्राओं को टैब खरीदने के लिए राशि दी जाती है. लेकिन हाल ही में इस प्रोजेक्ट के तहत एक बड़े फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ है. टैब के लिए रकम हड़पने के नौ हजार मामले सामने आये हैं. ज्यादातर मामले उत्तर दिनाजपुर जिले के चोपड़ा से सामने आये हैं. इस मामले में पश्चिम बंगाल पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है. खुफिया विभाग ने संकेत दिया है कि इस फर्जीवाड़े के पीछे जामताड़ा गैंग का हाथ है. ये बातें गुरुवार को विधानसभा में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहीं. सदन को संबोधित किये जाने के दौरान ममता ने सीधे तौर पर इन घटनाओं के लिए जामताड़ा गिरोह का हाथ बताया. ममता बनर्जी ने विधानसभा में कहा : टैब भ्रष्टाचार जामताड़ा गिरोह की साजिश है. उन्होंने ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए नये कानून बनाये जाने पर जोर दिया. इसी दिन मुख्यमंत्री ने विधानसभा में कई मुद्दों पर बयान दिया. इस दौरान टैब घोटाले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए कड़े कानून की जरूरत है.

उन्होंने बताया : जांच के दौरान हमें पता चला है कि टैब खरीदने के लिए लाभार्थियों को भुगतान किये गये रकम को प्राप्त करने के लिए जामताड़ा गिरोह के हैकर्स बैंक अकाउंट हैक कर लेते थे. सीएम ने बताया : हमारी सरकार ने टैब देने के लिए अब तक 1600 करोड़ खर्च किये हैं.

ज्ञात हो कि उक्त योजना के तहत टैब खरीदने के लिए प्रति छात्र को सरकार की ओर से 10 हजार रुपये उसके बैंक खाते में डाल दिये जाते हैं. मुख्यमंत्री ने बताया कि फर्जीवाड़े में शामिल कई लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है. सुश्री बनर्जी ने सदन को बताया : अब हम ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए एक ऐसा मैकेनिज्म बना रहे हैं, जिससे ऐसा करने पर कड़ी सजा मिलेगी.

ममता ने दावा किया कि ऐसा भ्रष्टाचार गुजरात में भी हुआ है. पर गुजरात पुलिस हैकरों को नहीं पकड़ सकी. सीएम ने बताया कि राज्य और कलकत्ता पुलिस स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) गठित कर छात्र के खाते से होने वाले पैसों की हेराफेरी की जांच शुरू कर दी है. उन्होंने बताया कि उत्तर बंगाल में फर्जीवाड़े की घटना को अंजाम देने वाले कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस दौरान जांचकर्ताओं को पता चला है कि इस फर्जीवाड़े की शुरुआत उत्तर बंगाल से ही हुई थी. वहीं, खुफिया सूत्रों से यह भी पता चला है कि फर्जीवाड़े का तरीका जामताड़ा गिरोह जैसा ही है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार धोखाधड़ी को रोकने के लिए एक विशेष तंत्र की मदद से एक नया कानून लाने की योजना बना रही है.

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