आरजी कर अस्पताल में वित्तीय अनियमितता की जांच का मामलासंवाददाता, कोलकाता प्रवर्तन निदेशालय (इडी) के अधिकारियों ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में वित्तीय अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में गुरुवार को मामले में गिरफ्तार मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल डॉ संदीप घोष के आवास समेत उनके करीबियों के ठिकानों पर छापेमारी की. इस दौरान सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स (सीएपीएफ) के जवान भी मौजूद रहे. छापेमारी के दौरान कुछ दस्तावेज, डिजिटल उपकरण व अन्य सामान जब्त किये गये. हालांकि, जांच की वजह से इडी अधिकारियों ने इस बारे में कुछ भी कहने से इंकार किया है. इस दिन इडी के अधिकारी चिनार पार्क स्थित घोष के पैतृक आवास पर जांच के लिए पहुंचे. आवास के गेट पर ताला लगा था. बाद में उसकी चाबी लायी गयी और ताला खोल कर अधिकारी मकान के अंदर घुसे. अधिकारियों ने कोलकाता के टाला इलाके में बहुमंजिली इमारत में भी छापेमारी की. उसी इमारत की पांचवीं मंजिल पर चंदन लौह नामक व्यवसायी का भी फ्लैट है. वह घोष का करीबी माना जाता है. वहीं, चंदन और उसकी पत्नी से पूछताछ की गयी है. मामले में गिरफ्तार घोष पर आरोप है कि उसने चंदन की पत्नी के नाम से अस्पताल में अवैध तरीके से कैफेटेरिया खोलने के लिए टेंडर दिलवाने में मदद की थी. इसके पहले गत 25 अगस्त को चंदन के ठिकाने पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) के अधिकारियों ने भी छापेमारी की थी. इडी की एक अन्य टीम ने आरजी कर अस्पताल को उपकरण की आपूर्ति करने वाले संस्थान के कालिंदी के हाउसिंग इस्टेट स्थित कार्यालय में भी दबिश दी. वहां अधिकारियों ने संस्थान को मिले टेंडर व वित्तीय लेन-देन से संबंधित दस्तावेजों की जांच की. आशंका जतायी जा रही है कि अस्पताल और संस्थान के बीच कुछ संदिग्ध लेन-देन हुए हैं. गौरतलब है कि गत छह सितंबर को इडी के कोलकाता जोनल कार्यालय के अधिकारियों ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत संदीप घोष के आवास और उनके करीबी रिश्तेदारों और सहयोगियों के आवास सहित सात परिसरों पर तलाशी अभियान चलाया था.
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