कोलकाता.
चक्रवाती तूफान ‘डाना’ के प्रभाव के मद्देनजर दक्षिण 24 परगना के तटवर्ती इलाकों में भी प्रशासन की ओर से हर तरह की सतर्कता बरती जा रही है. जिले के घोड़ामारा द्वीप, सागरद्वीप व गोसाबा अंचल से 50 हजार से ज्यादा लोगों को पहले ही सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. गुरुवार को सुरक्षा के बाबत समुद्र के किनारे मौजूद स्थायी व अस्थायी दुकानों को पुलिस द्वारा बंद करा दिया गया. इलाके में सतर्कता को लेकर माइकिंग भी जारी रही. इस दिन सुबह से ही तटवर्ती इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश का सिलसिला जारी रहा. हातानिया-दोआनिया, हुगली, चिनाई, जिली, मातला समेत अन्य नदियों का जल स्तर बढ़ने की बात सामने आयी है. इसकी वजह से उन नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को इलाकों में जलमग्न होने को लेकर भी चिंता सता रही है. हालांकि, लोगों के जान-माल की रक्षा के लिए प्रशासन की ओर से पर्याप्त एहतियाती कदम उठाये गये हैं. तटवर्ती इलाकों में एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टुकड़ियों की तैनाती है. उनकी ओर से भी बचाव व राहत कार्य के लिए जरूरी उपकरण व संसाधन तैयार रखे गये हैं.काकद्वीप, नामखाना, सागरद्वीप, पाथरप्रतिमा व बकखाली इलाकों में पुलिस द्वारा माइकिंग कर लोगों को सतर्क करने का काम जारी रहा. सुंदरबन में फेरी सेवा फिलहाल पूरी तरह से बंद रखी गयी है. इधर, डायमंड हार्बर में रायचक-कुकराहाटी व अन्य जगहों की फेरी सेवा का परिचालन भी बंद रखा गया है. जिला प्रशासन द्वारा कंट्रोल रूम के जरिये हर परिस्थितियों पर नजर रखी जा रही है. डायमंड हार्बर एसडीओ कार्यालय में भी कंट्रोल रूम खोला गया है. जिले के समुद्र व नदी के किनारे वाले इलाकों में डिजास्टर मैनेजमेंट ग्रुप (डीएमजी) व क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) की भी तैनाती है.
वहीं, हावड़ा जिला प्रशासन की ओर से दो हेल्पलाइन नंबर( 033-2641-3393/ 8335042104) जारी किये गये हैं. किसी भी जरूरत के लिए लोग इन नंबर पर फोन कर मदद ले सकते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है