संवाददाता, कोलकाता
किसी भी वाहन को सड़क पर चलाने के लिए रोड टैक्स देना पड़ता है. लेकिन कोलकाता में ऐसे कुछ वाहन मालिक हैं, जो नियमित रोड टैक्स नहीं दे रहे हैं. जो राज्य सरकार के लिए चिंता का विषय बना हुआ है. रोड टैक्स नहीं देने वालों में कीमती वाहन चालने वाले वाहन मालिकों की संख्या अधिक है. यह जानकारी विधानसभा में संवाददाताओं से बात करते हुए राज्य के परिवहन मंत्री स्नेहाशीष चक्रवर्ती ने दी. उन्होंने बताया कि ऑडी, बीएमडब्ल्यू और मर्सिडीज जैसे वाहन रखने वाले लोग रोड टैक्स का भुगतान नहीं कर रहे हैं. मंत्री ने बताया कि आम तौर पर इस तरह के वाहन खरीदने के दौरान ही वाहन मालिकों से पांच साल का टैक्स भुगतान करवा दिया जाता है. लेकिन पांच साल पूरा होने के बाद ऐसे वाहन मालिक अपने बकाया कर का भुगतान नहीं करते.
मंत्री ने बताया कि पेनाल्टी सह करीब 80 करोड़ रुपये का रोड टैक्स बकाया पड़ा हुआ है. कर बकाया रखने वालों में 30 फीसदी कीमती वाहन के मालिक हैं. मंत्री ने बताया कि रोड टैक्स की वसूली के लिए विभाग की ओर से लगातार वाहन मालिकों को एसएमएस भेजा जा रहा है. वहीं, सड़कों पर इंफोर्समेंट टीम को भी तैनात रखा गया है, जो ऐसे वाहनों को पकड़ कर टैक्स वसूल रहे हैं.
ज्ञात हो कि रोड टैक्स एक अनिवार्य कर है, जो वाहन खरीदने वाले व्यक्ति को चुकाना होता है. रोड टैक्स एक राज्य स्तरीय कर है, यानी विभिन्न राज्यों की सरकारें इसे अपने-अपने स्तर पर लगाती हैं. रोड टैक्स वसूलने के लिए हर राज्य के अलग-अलग नियम और कानून हैं. अलग-अलग राज्यों द्वारा लगाये जाने वाले अलग-अलग प्रतिशत के कारण कर की राशि भी अलग-अलग होती है.
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