कोलकाता आभूषण एवं रत्न मेले के पांचवें संस्करण का शुभारंभ
संवाददाता, कोलकाता
कोलकाता आभूषण एवं रत्न मेले (केजेजीएफ) के पांचवें संस्करण की शुरुआत शनिवार को हुई. इसमें पूर्वी भारत की समृद्ध आभूषण विरासत और वैश्विक बाजार में इसके विकास पर प्रकाश डाला गया. इसका उद्देश्य इस क्षेत्र को 43 अरब डॉलर से अधिक के राष्ट्रीय उद्योग में महत्वपूर्ण बाजार हिस्सेदारी बनाए रखने में मदद करना है, जो 17 प्रतिशत की सालाना दर से बढ़ रहा है. तीन दिवसीय इस कार्यक्रम का उद्घाटन राज्य के मुख्य सचिव मनोज पंत और पश्चिम बंगाल औद्योगिक विकास निगम (डब्ल्यूबीआइडीसी) की प्रबंध निदेशक वंदना यादव ने किया. यह कार्यक्रम 25 नवंबर तक चलेगा.
मौके पर मुख्य सचिव मनोज पंत ने कहा कि राज्य में आभूषण उद्योग के विकास के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है और इसके लिए हर आवश्यक कदम उठाने के लिए प्रस्तुत है. इसमें 60 से अधिक प्रदर्शक, 200 से अधिक प्रसिद्ध ब्रांड और आभूषणों की एक शानदार श्रृंखला शामिल है. डब्ल्यूबीआइडीसी की प्रबंध निदेशक वंदना यादव ने आभूषण शिल्प कौशल में बंगाल की पारंपरिक ताकत को आधुनिक बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया. कोलकाता के निकट अंकुरहाटी में रत्न एवं आभूषण पार्क की सफलता पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कारीगरों के कार्यस्थलों में आये परिवर्तन की सराहना की, जिससे बेहतर परिस्थितियां और अधिक दक्षता सुनिश्चित हुई तथा इससे राष्ट्रीय आभूषण मानचित्र में बंगाल की भूमिका का विस्तार करने में मदद मिलेगी. बता दें कि भारत का रत्न एवं आभूषण बाजार 2023 में 43.71 अरब डॉलर का था. इसके 17.35 प्रतिशत की सालाना दर से 2030 तक 133.96 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है.
उद्घाटन समारोह में कोलकाता गेम्स एंड ज्वेलरी वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक बेंगानी, सावनसुखा ज्वेलर्स के प्रबंध निदेशक सिद्धार्थ सावनसुखा, कोलकाता गेम्स एंड ज्वेलरी वेलफेयर एसोसिएशन के महासचिव प्रमोद दूगड़, जेम एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (ईस्ट) के अध्यक्ष पंकज पारेख, इंफॉर्मा मार्केट्स इंडिया के प्रबंध निदेशक योगेश मुद्रास, इंफॉर्मा मार्केट्स इंडिया के वरिष्ठ समूह निदेशक पल्लवी मेहरा, इंफॉर्मा मार्केट्स इंडिया ग्रुप के निदेशक पंकज शेंडे उपस्थित थे.
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