डॉ सीवी आनंद बोस की पुस्तकों का विमोचन भी हुआ
संवाददाता, कोलकाता.
राज्यपाल डॉ सीवी आनंद बोस गोवा अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में पहुंचे हैं. वहां पहुंच कर वह फिल्मों की बारीकियों को समझने के साथ ही फिल्म उद्योग और इससे जुड़े उद्यमियों की समस्याओं को समझना चाह रहे हैं. उन्होंने कहा है कि वह एक ऑब्जर्वर के रूप में फिल्म फेस्टिवल में पहुंचे हैं और फिल्मों से जुड़े मसलों को समझने का प्रयास कर रहे हैं. राज्यपाल ने कहा फिल्म उद्योग से जुड़े ढेर सारे लोग उनके संपर्क में हैं. वे उनसे मिलते और फिल्म जगत के बारे में बातें करते हैं. इसे और विस्तार से वह समझना चाह रहे हैं.
राज्यपाल डॉ बोस ने कहा है कि फिल्में हमारी संस्कृति और विरासतों को दुनिया के एक हिस्से से निकाल कर दूसरे तक पहुंचाती हैं. यह दुनिया के दूसरे हिस्सों में रहने वालों से हमारा परिचय कराती हैं, लोग हमें हमारे सामाजिक-सांस्कृतिक मूल्यों के जरिये हमसे परिचित होते हैं. राज्यपाल डॉ बोस ने कहा है कि उनका असली मकसद यह देखने का है कि कैसे फिल्मों के जरिये हमारी भारतीय संस्कृति और हमारे महान भारतीय मूल्यों का वैश्विक स्तर पर प्रचार-प्रसार हो सकता है. इसमें बांग्ला सिनेमा की भूमिका को तलाशना खास है. उन्होंने कहा कि जरूरत है कि देश में वर्ल्ड क्लास फिल्में बनें. इनका निर्माण भारतीय भावनाओं पर केंद्रित हो और इनकी शूटिंग भारत भूमि पर ही हो.
उल्लेखनीय है कि गोवा में विगत 20 नवंबर से शुरू हुए अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में पहुंचे राज्यपाल द्वारा लिखित कुछ पुस्तकों का विमोचन भी हुआ. इन पुस्तकों का विमोचन किया गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और वहां के राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई ने किया. श्री बोस ने गोवा के आयोजन में अपनी उपस्थिति के लिए वहां के राज्यपाल का आभार भी जताया.
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