एजेंसियां, ढाका
इस्कॉन से जुड़े हिंदू समूह ‘सम्मिलित सनातनी जोत’ के नेता चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी उर्फ चिन्मय प्रभु को बांग्लादेश में ढाका अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया. उन पर राजद्रोह का आरोप लगाया गया है. उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं पर होने वाले हमलों के विरोध में चटगांव में पिछले माह हिंदू समुदाय के एक प्रदर्शन का नेतृत्व किया था. उन पर इस दौरान बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने का आरोप है. इसे लेकर 30 अक्तूबर को चटगांव कोतवाली थाने में उनके खिलाफ मामला दर्ज है. दरअसल, उनकी चटगांव रैली में भारी संख्या में हिंदू जुटे थे. दास ने 22 नवंबर को भी बांग्लादेश के रंगपुर में हिंदुओं के समर्थन में रैली की थी. इससे बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस सरकार बौखलाई हुई है. हालांकि, प्रभु को हवाई मार्ग से चटगांव जाना था.गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन
इस बीच, हिंदू समुदाय के सैकड़ों लोग चटगांव के चेरागी पहाड़ चौराहे पर सड़कों पर उतर आये और दास की तत्काल रिहाई की मांग की. ढाका में भी हिंदू समुदाय के लोगों ने गिरफ्तारी के विरोध में देर शाम शाहबाग चौराहे को जाम कर दिया. बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद ने हिरासत की निंदा करते हुए कहा कि इससे दुनिया में बांग्लादेश की छवि प्रभावित होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है