आंदोलन का मजाक उड़ाने वाले सत्तारूढ़ दल के कुछ नेताओं पर डॉक्टरों ने साधा निशाना
कहा : राज्य सरकार पूरा करे वादा, नहीं तो जारी रहेगी भूख हड़ताल
संवाददाता, कोलकाताआरजी कर अस्पताल में दुष्कर्म व हत्या के मामले में मृतका के लिए न्याय व कार्यस्थल पर सुरक्षा की मांग कर रहे जूनियर चिकित्सकों का ‘आमरण अनशन’ बुधवार को पांचवें दिन भी जारी रहा. कलकत्ता मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में चिकित्सक स्निग्धा हाजरा, तनया पांजा और अनुस्तूप मुखोपाध्याय, एसएसकेएम के अर्नब मुखोपाध्याय, एनआरएस मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के पुलस्थ आचार्य और केपीसी मेडिकल कॉलेज की सायंतनी घोष हाजरा शनिवार शाम से आमरण अनशन पर हैं. रविवार को आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के अनिकेत महतो भी उनके साथ शामिल हो गये थे. कूचबिहार मेडिकल कॉलेज के दो अन्य कनिष्ठ चिकित्सक भी यहां अपने सहकर्मियों के समर्थन में लगातार तीसरे दिन भूख हड़ताल कर रहे हैं. आंदोलनरत कनिष्ठ चिकित्सकों में से एक अनिकेत ने कहा : हमसे किये गये वादे पूरे होने तक हम यह भूख हड़ताल जारी रखेंगे. सत्तारूढ़ पार्टी के कुछ नेता हमारे आंदोलन का मजाक बना रहे हैं. लेकिन हम उन्हें बताना चाहते हैं कि इसमें कुछ भी फर्जी नहीं है. अगर वे चाहें, तो यहां आ सकते हैं और खुद देख सकते हैं. हम अपनी मांगों के पूरा होने तक नहीं रुकेंगे. एक और आंदोलनकारी चिकित्सक ने कहा कि प्रदर्शन कर रहे कनिष्ठ चिकित्सक रक्तदान शिविर आयोजित करने के अलावा बुधवार को महानगर के विभिन्न दुर्गापूजा पंडालों में अपनी मृतक सहकर्मी के लिए न्याय की मांग को रखते हुए पर्चें बांटे. ‘वेस्ट बंगाल ज्वाइंट प्लेटफॉर्म ऑफ डॉक्टर्स’ के संयुक्त संयोजकों में से एक डॉ पुण्यब्रत गुण ने कहा कि वे कनिष्ठ चिकित्सकों का समर्थन जारी रखेंगे और वे उनकी मांगों को पूरा किये जाने तक सरकार पर दबाव बनाने के लिए इस्तीफा देने को भी तैयार हैं. मंगलवार को अपने सहकर्मियों के समर्थन में आये वरिष्ठ चिकित्सकों ने महानगर में दो रैलियां निकालीं और उनकी बुधवार को अपराध की त्वरित जांच की मांग को लेकर सॉल्टलेक के करुणामयी मोड़ से सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित सीबीआइ कार्यालय तक एक और मार्च निकाला.
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