पीटीएस में बैच के हिसाब से मिलेगा प्रशिक्षण कोलकाता. कोलकाता पुलिस एवं पश्चिम बंगाल पुलिस में बड़ी संख्या में काम करनेवाले सिविक वालंटियर की भूमिका पर बार-बार सरकार को सुप्रीम कोर्ट के सवालों का सामना करना पड़ा है. इसके बाद कोलकाता पुलिस ने सिविक वालंटियर को लेकर बड़ा फैसला लिया है. कोलकाता पुलिस में काम करने वाले सिविक वालंटियरों को अब ट्रेनिंग दी जायेगी. कोलकाता पुलिस इन्हें 21 दिनों का प्रशिक्षण देगी. पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस प्रशिक्षण शिविर का पहला चरण चार नवंबर से शुरू होगा. पहले चरण में 160 सिविक वाालंटियर्स को पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में प्रशिक्षण दिया जायेगा. लालबाजार सूत्रों के अनुसार, पहले दौर में प्रशिक्षण पानेवाले सिविक वालंटियरों के नाम 28 अक्तूबर तक फाइनल किया जायेगा. सभी वालंटियरों को चरणबद्ध तरीके से प्रशिक्षित किया जायेगा. लालबाजार ने इस संबंध में दिशानिर्देश प्रकाशित किया है. संयोग से आरजी कर मामले में सिविक वालंटियर की भूमिका बार-बार सवालों के घेरे में आयी थी. इस घटना में एक सिविक का नाम मुख्य आरोपी के तौर पर शामिल है. इसके बाद राज्य भर से सिविक वालंटियरों के खिलाफ कई तरह की शिकायतें सामने आयी थी. यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया है कि अस्पतालों और स्कूलों जैसी संवेदनशील जगहों पर सिविक वालंटियरों की तैनाती नहीं हो, जिसके बाद माना जा रहा है कि सरकार के निर्देश पर पुलिस की तरफ से उन्हें प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया है.
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