कोलकाता. जूनियर डॉक्टरों के बयान पर तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने भी पलटवार किया. उन्होंने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा कि जूनियर डॉक्टरों के अनशन मंच से यह कहा गया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी क्यों एक बार भी वहां नहीं आयीं? बड़े नाटकीय अंदाज में यह सवाल पूछा गया. मैं उन्हें याद दिलाना चाहता हूं कि स्वास्थ्य भवन के पास उनके धरना मंच पर मुख्यमंत्री ही गयी थीं. सीएम ने पूर्व मुख्यमंत्री ज्योति बसु के नेतृत्व वाली वाममोर्चा सरकार जैसा रवैया नहीं अपनाया. इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने अपने आवास में जूनियर डॉक्टरों के साथ बैठक भी की थी. इसके बाद भी जूनियर डॉक्टर अपनी मर्जी के अनुसार कहीं भी बैठ जायेंगे और पूछेंगे कि मुख्यमंत्री एक बार वहां नहीं आ सकती हैं क्या? यह क्या तर्कसंगत है? मुख्यमंत्री ने जूनियर डॉक्टरों से बातचीत की.
उनकी मांगों को पूरा करने की पहल की. लेकिन उनलोगों ने क्या उनकी बातें रखीं? मामले को लेकर केवल राजनीति की जा रही है.
आरजी कर कांड की जांच सीबीआइ कर रही है. मामला अदालत में विचाराधीन है. ऐसे में जूनियर डॉक्टरों का अनशन तर्कसंगत नहीं है. कुछ लोग जूनियर डॉक्टरों को सामने रख राजनीति कर रहे हैं, ताकि उनके मंसूबे पूरे हो सकें. तृणमूल इसका पुरजोर विरोध करती है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है