कोलकाता. गत सप्ताह आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में एक महिला स्नातकोत्तर प्रशिक्षु चिकित्सक से दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना को लेकर वाममोर्चा और नागरिक संगठनों ने महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में राज्य सरकार की कथित विफलता के विरोध में रैली निकाली. वाममोर्चा के अध्यक्ष बिमान बसु ने आरोप लगाया कि महिला चिकित्सक के लिए न्याय की मांगवाले जन आंदोलन से ध्यान हटाने के लिए अस्पताल में तोड़फोड़ के पीछे ‘तृणमूल कांग्रेस के संरक्षित गुंडे’ थे. श्री बसु ने रासबिहारी चौराहे से ललित कला अकादमी तक रैली की अगुवाई की. उन्होंने कहा : हम मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग करते हैं. रैली में शामिल कार्यकर्ताओं ने अपराध को रोकने और इसमें शामिल सभी लोगों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने में कथित विफलता के लिए कोलकाता पुलिस आयुक्त के इस्तीफे की भी मांग की. पुलिस ने इस बीच आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल की ओर जा रहीं महिलाओं और एलजीबीटी प्लस कार्यकर्ताओं के एक और जुलूस को रोक दिया, जिसके बाद हंगामा शुरू हो गया. मानवाधिकार कार्यकर्ता और लेखिका शताब्दी दास ने कहा कि जब वह कॉलेज स्क्वायर से जुलूस शुरू करनेवाली थीं, तभी पुलिस बल ने उन्हें रोक दिया. शताब्दी दास, जुलूस के आयोजकों में शामिल थीं. बताया गया है कि करीब 200 लोगों ने कॉलेज स्ट्रीट से रैली निकाली और श्यामबाजार पहुंचे, जहां उन्होंने आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग करते हुए नारे लगाये.
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